रियल एस्टेट

Real estate investment: रियल एस्टेट में निवेश तीन साल के उच्च स्तर पर

Real estate investment: 2024 की दूसरी तिमाही में हुआ 2.5 बिलियन डॉलर का निवेश। तिमाही आधार 154 फीसदी और सालाना आधार पर 20 फीसदी ज्यादा।

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रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- July 03, 2024 | 12:10 PM IST

Real estate investment: इस साल पहली तिमाही में सुस्त शुरुआत के बाद दूसरी तिमाही में रियल एस्टेट में निवेश ने गति पकड़ ली है। दूसरी तिमाही में इस क्षेत्र में संस्थागत निवेश (institutional investment) 3 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इस निवेश में आधे से ज्यादा हिस्सेदारी औद्योगिक व वेयरहाउसिंग सेक्टर की रही। दूसरी तिमाही में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 81 फीसदी रही। घरेलू निवेशकों ने भी पिछले साल की दूसरी तिमाही से 2.8 गुना अधिक निवेश किया।

वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कितना हुआ संस्थागत निवेश?

रियल एस्टेट सलाहकार फर्म कोलियर्स के मुताबिक 2024 की दूसरी तिमाही में रियल एस्टेट सेक्टर में 2.5 billion dollar (बिलियन डॉलर) का निवेश हुआ, जो 2021 के बाद से किसी भी तिमाही में सबसे अधिक है। जाहिर है तिमाही आधार पर निवेश तीन साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया। पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में निवेश में 154 फीसदी इजाफा हुआ है। पहली तिमाही में करीब एक बिलियन डॉलर का निवेश हुआ था। इस साल की पहली छमाही में निवेश पिछले साल की पहली छमाही की तुलना में 6 फीसदी गिरावट के साथ 3.52 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया। इसकी वजह आफिस सेक्टर में निवेश 68 फीसदी घटना है।

किस सेक्टर में कितना हुआ निवेश?

कोलियर्स के अनुसार दूसरी तिमाही में सबसे अधिक निवेश इंडस्ट्रियल और वेयरहाउसिंग सेक्टर में 1.53 बिलियन डॉलर हुआ। कुल निवेश में इसकी हिस्सेदारी 61 फीसदी रही और दूसरी तिमाही में इसमें तिमाही आधार पर 763 और सालाना आधार पर 1043 फीसदी का भारी इजाफा हुआ। इन दोनों सेक्टर के बाद आवासीय सेक्टर में सालाना आधार पर 652 फीसदी वृद्धि के साथ करीब 0.54 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ। आफिस सेक्टर में निवेश में सालाना आधार पर 83 और तिमाही आधार पर 41 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

किस शहर में कितना हुआ निवेश?

दूसरी तिमाही में दिल्ली—एनसीआर और बेंगलूरु की कुल निवेश में 23 फीसदी हिस्सेदारी रही। प्रमुख शहरों में बेंगलूरु में 16 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सबसे अधिक 0.40 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ। इसके बाद दिल्ली—एनसीआर में 7 फीसदी हिस्सेदारी और 86 फीसदी वृद्धि के साथ 0.16 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ। चेन्नई में 3.3 करोड़ डॉलर, मुंबई 6 करोड डॉलर, हैदराबाद में 4.3 करोड़ डॉलर और पुणे में 43 लाख डॉलर का निवेश हुआ। इन शहरों के अलावा विभिन्न शहरों में 1.8 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ। बेंगलूरु में 56 फीसदी निवेश आवासीय संपत्तियों में हुआ, जबकि दिल्ली—एनसीआर में ऑफिस सेगमेंट में निवेश मजबूत रहा।

कोलियर्स इंडिया में capital markets और investment services के प्रबंध निदेशक पीयूष गुप्ता ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट में निजी इक्विटी निवेश ने 2024 की पहली छमाही में 3.5 बिलियन डॉलर का निवेश मजबूत बाजार को दर्शाता है। इस साल की पहली छमाही में कुल निवेश में विदेशी निवेश की 73 फीसदी हिस्सेदारी से पूरे वर्ष के लिए सकारात्मक सेंटीमेंट रहने की उम्मीद है। भारत में एफडीआई और घरेलू पूंजी में निरंतर वृद्धि रियल एस्टेट में बुनियादी ढांचे, निर्माण और सकारात्मक दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। कोलियर्स इंडिया में रिसर्च हेड और वरिष्ठ निदेशक विमल नादर कहते हैं कि यह दिलचस्प है कि इस साल की पहली छमाही में ही संस्थागत निवेश पिछले पूरे साल में हुए इस निवेश से दोगुना हो गया है। इसके साथ ही पहली छमाही में कुल निवेश का आधा निवेश इंडस्ट्रियल और वेयरहाउसिंग सेक्टर में हुआ है।

First Published : July 3, 2024 | 12:10 PM IST