Mumbai unsold luxury housing: मुंबई में कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही के दौरान बिना बिके लग्जरी हाउसिंग स्टॉक में 36% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऐसा 2022 के बाद पहली बार देखने को मिली है। एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, यह बढ़ोतरी ₹2.5 करोड़ से ज्यादा कीमत वाले नए फ्लैट्स की अधिक सप्लाई, बढ़ती कीमतें और वैश्विक आर्थिक मंदी जैसे कारणों से हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि Q1 2025 में ₹2.5 करोड़ से ऊपर की कीमत वाले 8,420 लग्जरी यूनिट्स मुंबई में बिना बिके रह गए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 6,180 यूनिट्स थी।
जनवरी से मई 2025 के बीच मुंबई में 64,461 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन हुए, जो 2024 की इसी अवधि में हुए 60,818 रजिस्ट्रेशन की तुलना में 6% ज्यादा हैं। इस साल पहले पांच महीनों में राज्य सरकार ने करीब ₹5,695 करोड़ का राजस्व जुटाया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा ₹4,860 करोड़ था। यह 17% की सालाना बढ़ोतरी के साथ अब तक की सबसे अधिक कमाई है।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, “बिना बिके लग्जरी स्टॉक में वृद्धि का मुख्य कारण पिछले एक साल में इस प्राइस कैटेगरी में बड़ी संख्या में नए फ्लैट्स की एंट्री है। एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में ₹2.5 करोड़ से ज्यादा बजट वाले सेगमेंट में पूरे MMR (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) में करीब 16,480 यूनिट्स जोड़े गए, जबकि 2025 की पहली तिमाही में और 5,294 यूनिट्स जुड़े।”
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि इन मकानों की मांग अब भी मजबूत बनी हुई है, लेकिन लगातार बढ़ती कीमतों और वैश्विक आर्थिक सुस्ती जैसे कारकों के चलते बीते एक साल में इनकी बिक्री वृद्धि पर असर पड़ा है।”
यह पहली बार है जब 2022 के बाद लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में बिना बिके इन्वेंट्री (unsold inventory) में वृद्धि दर्ज की गई है। 2023 और 2024 की पहली तिमाहियों में, पिछले साल की तुलना में बिना बिके लग्जरी स्टॉक में भारी गिरावट देखी गई थी। Q1 2023 में मुंबई में लग्जरी सेगमेंट का बिना बिके मकानों का स्टॉक 29% सालाना घटकर लगभग 18,340 यूनिट्स से 13,040 यूनिट्स रह गया था। इसी तरह, Q1 2024 में यह स्टॉक और भी तेजी से 53% घटकर लगभग 6,180 यूनिट्स पर आ गया था।
अनुज पुरी ने कहा, “गहराई से विश्लेषण करने पर पता चलता है कि मई 2025 में कुल 11,562 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के साथ यह इस महीने में 2019 के बाद दूसरा सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन वाला महीना रहा है।”
उन्होंने बताया, “इस महीने के दौरान राज्य सरकार द्वारा लगभग ₹1,062 करोड़ का राजस्व जुटाया गया। इसके मुकाबले मई 2024 में सबसे ज्यादा—करीब 11,999 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन दर्ज हुए थे, जो इस साल से लगभग 4% ज्यादा थे। हालांकि, उस समय राजस्व संग्रह लगभग ₹1,030 करोड़ रहा था, जो इस साल से करीब 3% कम था।”
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) सहित मुंबई में 2025 की पहली तिमाही में हाउसिंग सेल्स सुस्त रही। इसके बावजूद पहले पांच महीनों में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन की संख्या काफी अधिक रही, जो कि एक उल्लेखनीय बात है। एनारॉक रिसर्च के अनुसार, Q1 2025 में मुंबई में लगभग 21,930 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो Q1 2024 की तुलना में लगभग 28% कम है। साल के पहले पांच महीनों में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में आई तेजी के पीछे एक मुख्य कारण मार्च 2025 में हुआ रिकॉर्ड-ब्रेकिंग रजिस्ट्रेशन है, जब 15,501 प्रॉपर्टीज रजिस्टर की गईं। यह उछाल उस समय आया जब महाराष्ट्र सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रेडी रेकनर रेट्स में 3.9% की बढ़ोतरी की घोषणा की थी सिर्फ मार्च महीने में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से सरकार को ₹1,589 करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिला।
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2025 में पिछले तीन वर्षों का सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन दर्ज किया गया। इससे पहले, दिसंबर 2020 में 19,581 और मार्च 2021 में 17,728 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन हुए थे, जो कोविड-19 के दौरान दर्ज किए गए थे। उस समय महाराष्ट्र सरकार ने हाउसिंग यूनिट्स पर स्टांप ड्यूटी 5% से घटाकर 2-3% कर दी थी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी से मई 2025 के बीच घरों की औसत कीमत ₹1.59 करोड़ रही, जो 2019 के बाद अब तक की सबसे अधिक है। इससे साफ है कि इस अवधि में हाई-टिकट प्राइस वाले घरों की बिक्री ज्यादा रही। वहीं, 2021 की इसी अवधि में औसत कीमत ₹1.02 करोड़ थी।