रियल एस्टेट

भारत में REITs के लिए बड़ी संभावना, 4.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य का प्राइम ऑफिस स्टॉक इसके योग्य

रिसर्च फर्म वेस्टियन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के कुल ए ग्रेड ऑफिस स्पेस का 60 फीसदी हिस्सा REITs के योग्य है।

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रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- December 03, 2024 | 2:58 PM IST

Real estate investment trust: भारत में रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REITs) के लिए बड़ी संभावनाएं है। देश में मौजूदा प्राइम ऑफिस स्टॉक के आधे से ज्यादा हिस्से में REITs के जरिये निवेश हो सकता है। बीते कुछ वर्षों में निवेशकों को REITs के माध्यम से डिविडेंड (लाभांश) भी अच्छा मिला है। इसलिए REITs निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेश का साधन बनकर उभर रहा है।

ए ग्रेड ऑफिस स्टॉक का 60 फीसदी हिस्सा REITs योग्य

रिसर्च फर्म वेस्टियन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के कुल ए ग्रेड ऑफिस स्पेस का 60 फीसदी हिस्सा REITs के योग्य है। भारत में इस समय 88.41 करोड़ वर्ग फुट ए ग्रेड ऑफिस स्टॉक है। इसमें 52.63 करोड़ वर्ग फुट REITs के योग्य है। जिसकी वैल्यू 4.5 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि भारत का REITs मार्केट वर्तमान में प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में शुरुआती चरण में है, जिसमें केवल चार सूचीबद्ध REITs हैं, जो रिटेल और ऑफिस मार्केट में 12.50 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र को कवर करते हैं।

REITs में किस शहर में सबसे अधिक संभावना?

वेस्टियन की इस रिपोर्ट के अनुसार बेंगलूरु में REITs के लिए सबसे अधिक संभावना है। इस शहर में 26.74 करोड़ में से 17.12 करोड़ वर्ग फुट स्टॉक REITs के योग्य है। जिसकी कीमत 1.35 लाख करोड़ रुपये है और इसकी कुल स्टॉक में हिस्सेदारी सबसे अधिक 33 फीसदी है। इसके बाद 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ हैदराबाद दूसरे नंबर है, जबकि एनसीआर 15 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है। मुंबई और पुणे दोनों की मिलाकर हिस्सेदारी 21 फीसदी है। चेन्नई की हिस्सेदारी 10 फीसदी है। कोलकाता इस मामले में काफी पीछे है और इसकी हिस्सेदारी महज एक फीसदी है।

REIT से मिल रहा है अच्छा डिविडेंड

डिविडेंड के रूप में आकर्षक रिटर्न के कारण REIT धीरे धीरे विदेशी और घरेलू निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। इसकी स्थापना 2014 में हुई थी। अपनी स्थापना के बाद से REITs ने 16,800 करोड़ रुपये का डिविडेंड दिया है, यह पूरे निफ्टी रियल्टी इंडेक्स की तुलना में अधिक है। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स की तुलना में बेहतर रिटर्न देने के बावजूद REITs का बाजार पूंजीकरण अपेक्षाकृत कम है। भारत का बाजार पूंजीकरण कुल सूचीबद्ध रियल एस्टेट क्षेत्र का 13.7 फीसदी है, जो अमेरिका में 98.9 फीसदी, ऑस्ट्रेलिया में 94.8 फीसदी और यूके में 92.5 फीसदी पूंजीकरण की तुलना में काफी कम है।

वेस्टियन की इस रिपोर्ट में कहा गया कि एम्बेसी REIT, माइंडस्पेस REIT, ब्रुकफील्ड इंडिया REIT और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट REIT ने अपनी स्थापना के बाद से क्रमशः 24%, 18%, 6% और 39% का रिटर्न अर्जित किया है। दूसरी ओर बीएसई रियल्टी इंडेक्स ने REIT की तुलना में उच्च रिटर्न (पिछले 66 महीनों में 317 फीसदी) दिया है। हालांकि अनुकूल विनियामक वातावरण, निवेश पर बेहतर रिटर्न और तेजी से बढ़ते ऑफिस मार्केट से भारत में REIT मार्केट को गति मिलने की संभावना है।

भारत में कुल REIT योग्य स्टॉक का लगभग 67 फीसदी ग्रीन सर्टिफाइड है, जो ग्रेड-ए डेवलपर्स के बीच स्थिरता पर बढ़ते फोकस को उजागर करता है। रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन सर्टिफाइड बिल्डिंग का किराया नॉन-ग्रीन सर्टिफाइड बिल्डिंग की तुलना में 12 से 14 फीसदी अधिक है। यह उन्हें एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है, क्योंकि उच्च किराया निवेशकों के लिए अधिक डिविडेंड हासिल करने का कारण बन सकता है।

First Published : December 3, 2024 | 2:58 PM IST