अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) देश के मोबाइल फोन उपभोक्ताओं को एक नया अनुभव देने की योजना बना रही है।
इस योजना के तहत कंपनी इस क्षेत्र की पांच अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी करने की तैयारी कर रही है। हालांकि जब आरकॉम के प्रवक्ता से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक आरकॉम सरकार के साथ इंटरनेट को किफायती दामों पर उपलब्ध कराने के लिए बातचीत कर रही है। अगर ऐसा हो जाता है तो इससे देश के ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा।
सूत्रों के अनुसार आरकॉम की रणनीतिक साझेदारी से इंटरनेट हार्डवेयर की कीमत और कम हो जाने की संभावना है। दरअसल सरकार ने इंटरनेट को लोगों तक पहुंचाने के लिए जो आंकड़ा तय किया है, उसे इंटरनेट हार्डवेयर की कीमत ज्यादा होने के कारण पाना काफी मुश्किल लग रहा है।
देश में इंटरनेट कनेक्शन लेने वालों के आंकड़े बहुत धीरे बढ़ रहे हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2008 में 47.3 लाख लोगों ने ही ब्रॉडबैंड कनेक्शन लिया था। ट्राई ने 2010 तक लगभग 2 करोड़ ब्रॉडबैंड कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है।
जून 2008 तक देश में 1.2 करोड़ ब्रॉडबैंड उपभोक्ता ही थे। देश में इंटरनेट के घरेलू इस्तेमाल में लगभग 59 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि काम करने की जगहों से इंटरनेट के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है।