शेयर बाजार में 28 सितंबर को अपनी शुरुआत करने वाली यात्रा ऑनलाइन ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही के दौरान राजस्व में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और यह बढ़कर 110.17 करोड़ रुपये हो गया है। इसके पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ध्रुव श्रृंगी ने अक्षरा श्रीवास्तव के साथ साक्षात्कार में इस यात्रा प्लेटफॉर्म की राजस्व बढ़ाने की योजनाओं और देश में यात्रा के जोर पकड़ने के संबंध में बात की। प्रमुख अंश:
आपके अनुसार देश में यात्रा में मौजूदा उछाल का क्या कारण है?
नए हवाईअड्डे खुलने से अच्छी वृद्धि हो रही है, जो हमें नए बाजारों पर विचार करने का मौका दे रही है। कुल मिलाकर मांग की धारणा फिलहाल बहुत मजबूत है। बाहर से देश में आने वाले यात्रियों में कमी के बावजूद घरेलू मांग की वजह से होटलों में ठहरने का स्तर काफी ऊंचा बना हुआ है।
हमें जी20 और अब क्रिकेट विश्व कप का भी लाभ मिला है। इस्तेमाल योग्य बढ़ती आय की वजह से यात्रियों के उपभोग का स्वरूप भी बदल रहा है। यह अब किसी बड़ी छुट्टी का मामला नहीं रह गया है।
लोग अब कई छोटे-छोटे विराम ले रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय यात्रा में भी काफी अनबंडलिंग हो रही है, जहां लोग अब बड़े समूह में छुट्टियां नहीं ले रहे हैं, बल्कि अनोखा अनुभव लेना चाहते हैं।
आपके नजरिये से हवाई किराया कितनी जल्दी स्थिर होगा?
काफी कुछ हो रहा है। हमारे सामने पश्चिम एशिया में यह नया संघर्ष चल रहा है और फिर तेल भी है, जो विमानन कंपनियों के मुनाफे पर दबाव डाल रहा है। इंडिगो पहले ही अधिभार लगा चुकी है और अन्य (विमानन कंपनियां) भी यही करेंगी।
मुझे लगता है कि हवाई किराया मध्य से लेकर उच्च स्तर तक एक अंक के दायरे में बढ़ेगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालांकि छोटी दूरी का किराया मोटे तौर पर स्थिर रह सकता है, लेकिन अधिक क्षमता आने के बाद लंबी दूरी का किराया बेहतर ढंग से गठित होना शुरू हो जाएगा। हमें उम्मीद है कि सर्दियों के चरम के दौरान दामों में इजाफा दिखेगा।
पिछली तिमाही में राजस्व की सबसे बड़ी वजह क्या थी?
अगर आप हमारे संपूर्ण राजस्व विवरण को देखें, तो वृद्धि के मामले में हवाई क्षेत्र प्रमुख संचालक था। हमने अपने हवाई बुकिंग कारोबार में 46 प्रतिशत की वृद्धि देखी। हालांकि होटल बुकिंग मोटे तौर पर स्थिर रही।
हमारे एक सहयोगी साझेदार के वॉल्यूम में उल्लेखनीय गिरावट की वजह से ऐसा हुआ। इस खंड में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसलिए विमानन उद्योग के नजरिये से यह बहुत अच्छी स्थिति है। जाहिर है कॉर्पोरेट यात्रा क्षेत्र में अगुआ के रूप में हम बाजार की तुलना में बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहे हैं।
इस साल कारोबारी वृद्धि की आपकी क्या उम्मीदें हैं?
उद्योग नौ से 12 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है तथा हम हवाई और होटल बुकिंग दोनों में ही बाजार से दो गुना बढ़ना चाहते हैं। वर्ष 2016 और 2019 के बीच हमने यही किया, जब तक कोविड नहीं हुआ।
और मुझे लगता है कि हम अब उस राह पर लौट आए हैं। वास्तव में हम उम्मीद करते हैं कि होटल क्षेत्र हवा की तुलना में कुछ तेजी से बढ़ेगा। मिश्रित आधार पर हमें 20 प्रतिशत की दर से वृद्धि की उम्मीद है।
आपने 20 नए कॉर्पोरेट ग्राहकों के साथ करार किया है, जिसमें वेलस्पन वर्ल्ड नवीनतम है। आप इस कारोबार को किस तरह बढ़ाने की योजना बना रहे हैं?
कॉर्पोरेट क्षेत्र ध्यान दिए जाने वाला हमारा प्रमुख क्षेत्र है। आधारभूत दृष्टिकोण से हम 813 कॉर्पोरेट ग्राहकों तक पहुंच चुके हैं। हम वार्षिक आधार पर 80 से 100 नए ग्राहक जोड़ने पर विचार करेंगे।
विमानन क्षेत्र में उथल-पुथल का हवाई यात्रा की मांग पर क्या असर पड़ रहा है?
सौभाग्य से भारत में प्रमुख कंपनियां अब भी क्षमता विस्तार कर रही हैं। एयर इंडिया यथासंभव क्षमता बढ़ा रही है और आकाश भी ऐसा ही कर रही है। उद्योग के पास पर्याप्त आपूर्ति है तथा घरेलू और छोटी दूरी की अंतरराष्ट्रीय यात्रा के क्षेत्र में नियमित आधार पर और अधिक आपूर्ति हो रही है। लेकिन लंबी दूरी वाले अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ति अब भी बाधित है। इसमें तभी राहत मिलेगी, जब एयर इंडिया को एयरबस 350 की अधिक डिलिवरी मिलने लगेगी।