टाटा मोटर्स के डिमर्जर की प्रक्रिया 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हो चुकी है। इस डिमर्जर के तहत कंपनी के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को अलग कर दिया गया है, जो अब टीएमएल कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड (TML Commercial Vehicles Limited – TMLCV) के नाम से जानी जाएगी। कंपनी ने अपने शेयरधारकों को ईमेल के माध्यम से शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग से जुड़ी अहम जानकारी दी है।
टाटा मोटर्स सीवी ने बताया कि कंपनी ने कुल 3,68,23,31,373 (3.68 अरब) पूरी तरह से चुकाए गए इक्विटी शेयर अपने योग्य शेयरधारकों को आवंटित किए हैं। ये शेयर टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड (TMPVL) के उन शेयरधारकों को मिले हैं जो 14 अक्टूबर 2025 की रिकॉर्ड डेट तक पात्र थे।
शेयर 1:1 के अनुपात में दिए गए हैं यानी TMPVL के हर एक शेयर के बदले टाटा मोटर्स सीवी का एक शेयर मिला है। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹2 तय की गई है। कंपनी की बोर्ड समिति ने 15 अक्टूबर 2025 को इन शेयरों के अलॉटमेंट को मंजूरी दी। इन शेयरों का ISIN नंबर INE1TAE01010 है। यह कदम डिमर्जर के बाद कंपनी के नए ढांचे को लागू करने की दिशा में एक बड़ा पड़ाव माना जा रहा है।
टाटा मोटर्स सीवी ने कहा है कि वह अपने शेयरों की बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) दोनों स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टिंग की प्रक्रिया में है। कंपनी ने बताया कि जब तक स्टॉक एक्सचेंजों से लिस्टिंग और ट्रेडिंग की औपचारिक अनुमति नहीं मिल जाती, शेयरधारकों के डिमैट अकाउंट में शेयर फ्रीज रहेंगे, यानी निवेशक फिलहाल इन शेयरों की खरीद-बिक्री नहीं कर पाएंगे।
कंपनी के अनुसार, आवश्यक आवेदन जमा करने के बाद लिस्टिंग प्रक्रिया में आम तौर पर 45 से 60 दिन लगते हैं। इसका मतलब है कि टाटा मोटर्स सीवी के शेयरों की लिस्टिंग दिसंबर 2025 के मध्य तक बीएसई और एनएसई पर हो सकती है। कंपनी ने यह भी कहा है कि जैसे ही स्टॉक एक्सचेंज से अप्रूवल मिलेगा, इसकी जानकारी शेयरधारकों को ईमेल के माध्यम से दी जाएगी और कंपनी की वेबसाइट पर भी पब्लिश की जाएगी।
14 अक्टूबर 2025 को टाटा मोटर्स के शेयरों में एक विशेष ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया गया ताकि नई कंपनी के शेयर मूल्य का निर्धारण किया जा सके। इस दौरान बीएसई पर टाटा मोटर्स का शेयर ₹660.90 से गिरकर ₹399 पर बंद हुआ, यानी ₹261.90 की एडजस्टमेंट दर्ज की गई। वहीं एनएसई पर शेयर ₹660.75 से घटकर ₹400 पर बंद हुआ, जिससे ₹260.75 की एडजस्टमेंट हुई।
इसका अर्थ है कि निवेशकों के पोर्टफोलियो में अब टाटा मोटर्स और टाटा मोटर्स सीवी दोनों कंपनियों के शेयर शामिल होंगे, जिनकी कुल वैल्यू लगभग पहले जैसी ही रहेगी।
टाटा मोटर्स का यह डिमर्जर कंपनी के इतिहास में एक अहम कदम माना जा रहा है। इसके जरिए कंपनी ने अपने पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को अलग-अलग इकाइयों में बांटा है ताकि दोनों सेगमेंट अपने-अपने क्षेत्र में अधिक ध्यान और स्वतंत्रता के साथ काम कर सकें। अब जबकि शेयर अलॉटमेंट पूरा हो चुका है, कंपनी लिस्टिंग की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटी है। उम्मीद है कि टाटा मोटर्स सीवी के शेयर दिसंबर 2025 के मध्य तक स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।