दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी नेस्ले इंडिया ने ब्लूमबर्ग के अनुमानों के अनुरूप कमोडिटीज में बढ़ते उतार-चढ़ाव के बीच वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 5.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की और यह घटकर 885 करोड़ रुपये रह गया। एकल आधार पर आंकड़ों पर नजर रखने वाले ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने तिमाही के लिए 885 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का अनुमान लगाया था। कंपनी ने पिछले साल इसी अवधि में 934 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
अलबत्ता मैगी नूडल्स और नेस्कैफे कॉफी बनाने वाली इस कंपनी ने चौथी तिमाही के दौरान वॉल्यूम वृद्धि का संकेत दिया। कंपनी ने शुद्ध बिक्री में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 5,503.9 करोड़ रुपये हो गई जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 5,267.6 करोड़ रुपये थी।
इसका ब्याज, मूल्यह्रास और कर पूर्व लाभ 1,397.4 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की अवधि के 1,376.8 करोड़ रुपये की तुलना में 1.5 प्रतिशत अधिक है। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने आय परिणाम की विज्ञप्ति में कहा, ‘इस तिमाही में हमारी घरेलू बिक्री 5,235 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई जो किसी भी तिमाही में सबसे अधिक है और इसे वॉल्यूम वृद्धि में सुधार से मदद मिली है।’ मार्च तिमाही के दौरान कंपनी को पेय पदार्थ और कन्फेक्शनरी श्रेणियों में दो अंकों की वृद्धि दिखाई दी। इस बीच समूचे वर्ष में सेरेलैक की विनिर्माता ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,314.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
टेक महिंद्रा का शुद्ध लाभ 76.5 प्रतिशत बढ़ा
टेक महिंद्रा का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 76.5 प्रतिशत बढ़कर 1,166.7 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी ने 661 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। टेक महिंद्रा ने गुरुवार को बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी को 79.8 करोड़ डॉलर (लगभग 6,800 करोड़ रुपये) के नए सौदे हासिल किए। पूरे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 2.7 अरब डॉलर (लगभग 23,000 करोड़ रुपये) के सौदे हासिल किए थे। टेक महिंद्रा के मुख्य कार्य अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक मोहित जोशी ने बयान में कहा, ‘इस साल हमने अपनी परिवर्तन यात्रा के लिए मजबूत नींव रखी। अपने लोगों, नेतृत्व और क्षमताओं में रणनीतिक निवेश के जरिये हमने अपने रणनीतिक खाके को गति देने के लिए खुद को तैयार किया है।’
एसीसी का एकीकृत शुद्ध लाभ 20.4 प्रतिशत घटा
सीमेंट विनिर्माता एसीसी लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि मार्च तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 20.4 प्रतिशत घटकर 751.04 करोड़ रुपये रह गया। अदाणी समूह की कंपनी एसीसी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले की इसी अवधि में उसने 943.39 करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित किया था। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 12.7 प्रतिशत बढ़कर 5,207.3 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,316.75 करोड़ रुपये था। जनवरी-मार्च, 2025 तिमाही में एसीसी का कुल व्यय 13.11 प्रतिशत बढ़कर 5,514.82 करोड़ रुपये रहा। इस बीच एसीसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 7.50 रुपये का लाभांश स्वीकृत किया है।
अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस के मुनाफे में 79 प्रतिशत इजाफा
अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस (एईएसएल) ने मार्च 2025 में समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही) के दौरान अपने शुद्ध लाभ में 79 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी ने 647.15 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया और परिचालन से राजस्व एक साल पहले की अवधि की तुलना में 35.5 प्रतिशत बढ़कर 6,374.58 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने कहा कि पिछले नियामकीय परिसंपत्ति शुल्क की वसूली 221.23 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जिसे परिचालन राजस्व में जोड़ा गया। कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में समेकित एबिटा 28 प्रतिशत बढ़कर 2,262 करोड़ रुपये रहा, जिसे राजस्व वृद्धि, वितरण कारोबार में दमदार विनियमित एबिटा से मदद मिली, जो चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़कर 873 करोड़ रुपये रहा। पारेषण और वितरण क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 25 में उसकी कुल आय में 24,447 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई और इसमें सालाना आधार पर 42 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के लाभ में मामूली बढ़त
जीवन बीमा क्षेत्र की कंपनी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने गुरुवार को कहा कि मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ मामूली रूप से बढ़कर 813.5 करोड़ रुपये हो गया। बीमाकर्ता ने एक साल पहले की समान तिमाही में 811 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। एसबीआई लाइफ ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जनवरी-मार्च 2025 में उसकी कुल आय एक साल पहले की समान अवधि के 37,567 करोड़ रुपये से घटकर 24,169 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी की शुद्ध प्रीमियम आय एक साल पहले के 25,116 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 23,861 करोड़ रुपये रह गयी। समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,413 करोड़ रुपये रहा।
पर्सिस्टेंट सिस्टम का एकीकृत शुद्ध लाभ 25.5 प्रतिशत बढ़ा
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी पर्सिस्टेंट सिस्टम का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही में 25.5 प्रतिशत बढ़कर 395.7 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2023-24 की इसी तिमाही में उसे 315.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। पर्सिस्टेंट सिस्टम्स की परिचालन आय सालाना आधार पर 25.15 प्रतिशत बढ़कर 3,242.11 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 2,590.5 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 28 प्रतिशत बढ़कर 1,400 करोड़ रुपये हो गया जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,093.4 करोड़ रुपये था। कंपनी की परिचालन आय आलोच्य वित्त वर्ष में 21.55 प्रतिशत बढ़कर 11,938.7 करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2023-24 में 9,821.58 करोड़ रुपये थी।
स्टर्लिंग ऐंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी का मुनाफा कई गुना बढ़ा
स्टर्लिंग ऐंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एसडब्ल्यूआरईएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में कई गुना बढ़कर 55 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 1.40 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,506.45 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी में 1,211.40 करोड़ रुपये थह। खर्च पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के 1,177.66 करोड़ रुपये के मुकाबले 2,419.73 करोड़ रुपये रहा। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए शुद्ध लाभ 85.55 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी को 210.79 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
जनवरी-मार्च तिमाही में वारी टेक्नोलजीज का शुद्ध घाटा घटा
वारी टेक्नोलजीज का शुद्ध घाटा सालाना आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में कम होकर 3.03 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वर्ष समान अवधि में उसे 5.50 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय 4.81 करोड़ रुपये रही जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में 15.18 करोड़ रुपये थी। इस दौरान व्यय सालाना आधार पर 22.41 करोड़ रुपये से घटकर 8.89 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के निदेशक मंडल ने किरीट चिमनलाल दोशी की कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के रूप में 14 मई 2025 से तीन वर्ष की अवधि के लिए पुनः नियुक्ति को मंजूरी दे दी। हालांकि इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी आवश्यक होगी।