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दूसरी तिमाही का पूर्वानुमान : घरेलू वृद्धि और निर्यात से फार्मा को मिलेगी ताकत

हॉस्पिटल्स एवं डायग्नॉस्टिक्स में वृद्धि की रफ्तार थमी तथा दूसरी तिमाही में फार्मास्युटिकल क्षेत्र के राजस्व और आय में सालाना आधार पर 9 से 10% वृद्धि की दिख रही संभावना

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सोहिनी दास   
Last Updated- October 19, 2025 | 9:07 PM IST

घरेलू कारोबार में लगातार वृद्धि के साथ-साथ प्रमुख कैंसर दवा रेवलिमिड की कीमत में गिरावट के बावजूद अमेरिकी बाजार में ऊंचे एक अंक की वृद्धि की वजह से वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में फार्मास्युटिकल राजस्व और आय में सालाना आधार पर 9-10 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है।

नुवामा के विश्लेषकों ने राजस्व और कर-पश्चात लाभ में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत और 10 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 3 और 2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है। इस तिमाही के दौरान घरेलू कारोबार में 10 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें अजंता फार्मा और एल्केम द्वारा प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन की संभावना है। हालांकि, घरेलू बिक्री के संबंध में विपरीत शुल्क ढांचे के कारण जीएसटी दरों में कटौती से कुछ कार्यशील पूंजी संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

विश्लेषकों ने बताया कि जेनेरिक रेवलिमिड की कीमतों में गिरावट के बावजूद, अधिकांश फार्मा कंपनियों की अमेरिकी बिक्री में 7 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। चीन द्वारा ऐ​क्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रिडिएंट (एपीआई) की कीमतों में कटौती से मार्जिन को लाभ होने की संभावना है, जिससे फॉर्मूलेशन कंपनियों के मार्जिन पर सकारात्मक असर देखा जा सकता है।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज को अधिकांश बाजारों में लगातार बढ़त देखने को मिलेगी, जिससे दूसरी तिमाही में कुल बिक्री में 10 प्रतिशत और एबिटा में 8 प्रतिशत की वृद्धि होगी। जीएसटी दरों में बदलाव के कारण प्रमुख बिक्री में कमी के कारण घरेलू विकास पर 50-200 आधार अंक का प्रभाव पड़ सकता है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने बताया कि तिमाही आधार पर अमेरिकी जेनेरिक बाजार में जेनेरिक रेवलिमिड की कम बिक्री के कारण कोई वृद्धि देखने को नहीं मिलेगी जिसका असर डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, अरबिंदो और जायडस लाइफसाइंसेज पर देखने को मिलेगा। हालांकि, जेनेरिक ज्यानार्क (ल्यूपिन) और जेनेरिक स्पिरिवा (ल्यूपिन) जैसे प्रमुख उत्पादों के अलावा जेनेरिक मायरबेट्रिक (ल्यूपिन और जायडस के लिए) और विशेष व्यवसायों के विस्तार (सन फार्मा) में आई तेजी से इसकी भरपाई हो सकती है।

घरेलू कारोबार की संभावित 10 प्रतिशत वृद्धि, घरेलू बाजार की 7.7 प्रतिशत की वृद्धि को पीछे छोड़ देगी। क्रॉनिक सेगमेंट में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसकी आंशिक भरपाई एक्यूट सेगमेंट में 5 प्रतिशत की वृद्धि से हुई है।

एरिस और मैनकाइंड फार्मा को विलय एवं अधिग्रहण से वृद्धि देखने को मिलेगी, सन फार्मा को विशेष व्यवसायों से लाभ मिलने की संभावना है और टॉरंट फार्मा को क्रॉनिक सेगमेंट से लाभ मिलेगा। दूसरी ओर एंटी-इंफेक्टिव्स (एल्केम, मैनकाइंड) में धीमी वृद्धि संपूर्ण वृद्धि की रफ्तार को प्रभावित कर सकती है।

कोटक के विश्लेषकों ने कहा, ‘हमारे कवरेज के अंतर्गत आने वाली एपीआई कंपनियों के लिए, हम ज्यादातर के लिए सालाना आधार पर बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 6 प्रतिशत की कुल बिक्री वृद्धि शामिल है। हमारे कवरेज में शामिल कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन (सीआरडीएमओ) सेगमेंट में, हम डिवीज, लॉरस और साई के लिए वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में मजबूत सालाना वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि सिंजीन और पीरामल फार्मा के लिए यह तिमाही सुस्त रह सकती है, जिसका मुख्य कारण उनके प्रमुख मॉलिक्यूल्स के लिए इन्वेंट्री डीस्टॉकिंग है। परिचालन के मोर्चे पर, हमने कुल मिलाकर एबिटा में 8 प्रतिशत सालाना वृद्धि (3 प्रतिशत तिमाही आधार पर) का अनुमान जताया है।’

First Published : October 19, 2025 | 9:07 PM IST