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सलूजा की ​फिर नियुक्ति के खिलाफ प्रॉक्सी एडवाइजर्स

50 वर्षीय सलूजा को रोटेशन के लिहाज से रिटायर होना है बशर्ते आगामी एजीएम में उनकी दोबारा नियुक्ति न हो जाए।

Last Updated- February 03, 2025 | 10:46 PM IST
Rashmi Saluja

तीन अग्रणी प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्मों ने कॉरपोरेट प्रशासन संबंधी चिंता का हवाला देते हुए रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के बोर्ड में निदेशक के तौर पर रश्मि सलूजा की ​दोबारा नियुक्ति के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान की सिफारिश की है।

स्टेकहोल्डर्स एम्पावरमेंट सर्विसेज (एसईएस), इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (आईआईएएस) और इनगवर्न रिसर्च ने वित्तीय सेवा फर्म के तीन प्रस्तावों पर मतदान को लेकर अपनी सिफारिशें दी हैं। मतदान मंगलवार से होगा और शुक्रवार को सालाना आम बैठक के बाद नतीजे की उम्मीद है।

50 वर्षीय सलूजा को रोटेशन के लिहाज से रिटायर होना है बशर्ते आगामी एजीएम में उनकी दोबारा नियुक्ति न हो जाए। एजीएम पहले दिसंबर में होनी थी। लेकिन मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में कानूनी कार्यवाही के कारण इसमें देर हुई। हालांकि बाद में वहां अर्जी खारिज हो गई।

सलूजा ने भी प्रस्ताव के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में अर्जी दी है जिसमें कहा गया है कि 2023 में उनकी नियुक्ति पांच साल की तय अवधि के लिए हुई थी। इस अर्जी का चार स्वतंत्र निदेशकों और बर्मन फैमिली ने विरोध किया है और इस पर इसी हफ्ते उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है। 

आईआईएएस ने कहा कि वह ऑडिट कमेटी और नामांकन व पारिश्रमिक समिति की सदस्य हैं जिससे हितों के संभावित टकराव की चिंता होती है। एडवाइजरी फर्म ने कहा कि विभिन्न कानूनी विवाद और पुलिस के पास दर्ज मामले बोर्ड और अपनी जवाबदेही पूरी करने की सलूजा की क्षमता पर संभावित तौर पर ध्यान बंटा सकते हैं। आईआईएएस ने कहा कि हमारा मानना है कि ईसॉप्स मंजूरी की गलत सलाह और सबसे बड़े शेयरधारक के साथ तालमेल न होना चिंता का कारण है। हम इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करते। 

नियामकीय जांच, कानूनी चुनौतियों और विश्वसनीयता के मसलों का हवाला देते हुए इनगवर्न ने भी उनकी दोबारा नियुक्ति के खिलाफ सिफारिश की है। इनगवर्न ने कहा कि कंपनी की तरफ से समान मूल्यांकन वाली समकक्षों के मुकाबले ज्यादा वेतन दिया जाना गवर्नेंस को लेकर चिंता पैदा करता है और कंपनी की साख पर नकारात्मक असर डालता है। 

इस बीच, दोनों प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म के दो अन्य प्रस्तावों के पक्ष में हैं जिनमें एकल वित्तीय विवरण अपनाना और सांविधिक अंकेक्षक की नियुक्ति शामिल है। एसईएस ने वित्तीय विवरण अपनाने के खिलाफ मतदान की सिफारिश की है और कहा है कि कुछ निश्चित सहायक कंपनियों की वित्तीय जानकारी का खुलासा वेबसाइट पर नहीं किया गया है।

सेबी के पास गायकवाड़ की नई अर्जी

डाबर प्रवर्तक बर्मन्स का ओपन ऑफर आने से पहले रेलिगेयर ने सोमवार को खुलासा किया कि डैनी गायकवाड़ ने प्रतिस्पर्धी ऑफर के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन किया है जिसमें अपनी प्रस्तावित पेशकश के लिए सख्त अधिग्रहण नियमन से छूट मांगी गई है। अमेरिकी निवेशक ने पीएल कैपिटल मार्केट्स को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया है। प्रतिस्पर्धी पेशकश के प्रस्ताव वाला गायकवाड़ का पहले का पत्र बाजार नियामक सेबी ने लौटा दिया था।

फ्लोरिडा के उद्यमी ने ने 275 रुपये के भाव पर आरईएल की 55 फीसदी हिस्सेदारी के लिए जवाबी पेशकश की है जो बर्मन फैमिली के 235 रुपये की पेशकश के मुकाबले 17 फीसदी ज्यादा है। रेलिगेयर का शेयर 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 238 रुपये पर बंद हुआ।

First Published - February 3, 2025 | 10:46 PM IST

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