पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस (PNB Housing Finance) का समेकित शुद्ध लाभ वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 45.83 प्रतिशत बढ़कर 383 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्तीय वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान 262.63 करोड़ रुपये था। यह वृद्धि बैंक द्वारा अधिक लोन देने और बैंक द्वारा दिए गए लोन की क्वालिटी में सुधार के कारण है।
शुद्ध ब्याज आय (NII) 1.85 प्रतिशत बढ़कर 649 करोड़ से 661 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) 4.14 प्रतिशत से घटकर 3.95 प्रतिशत हो गया।
रिपोर्ट की गई तिमाही में, बेंचमार्क ब्याज दर में रीसेट के कारण निर्धारित ऋणों पर 160 करोड़ रुपये का एकमुश्त भुगतान हुआ। इस एकबारगी को छोड़कर, हाउसिंग फाइनेंसर का NII एक साल पहले की अवधि से 35 प्रतिशत बढ़ गया।
रिटेल लोन एसेट में मजबूत विस्तार के कारण रिटेल और कॉर्पोरेट एसेट सहित कुल लोन बुक 5.22 प्रतिशत बढ़कर 57832 रुपये से 60852 करोड़ रुपये हो गई।
रिटेल लोन संपत्ति, जो कुल पोर्टफोलियो का बड़ा हिस्सा है, एक साल पहले की अवधि में 52124 करोड़ रुपये से 12.18 प्रतिशत बढ़कर 58471 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी ने आगे कहा कि वह रिटेल लोन में वृद्धि को तेज करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
कंपनी का कुल डिस्बर्समेंट Q2FY23 में 3528 करोड़ रुपये से 18.06 प्रतिशत बढ़कर 4165 करोड़ रुपये हो गया।
तिमाही के दौरान बड़े कॉर्पोरेट खाते में रिकवरी के कारण ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट (GNPA) 30 सितंबर, 2023 को 1.78 प्रतिशत थी, जो 30 जून, 2023 को 3.76 प्रतिशत हो गईं।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ गिरीश कौसगी ने कहा, बेंचमार्क ब्याज दर में रीसेट के कारण आवंटित लोन पर 160 करोड़ रुपये की एकमुश्त राशि को छोड़कर, रिपोर्ट की गई तिमाही में हाउसिंग फाइनेंसर की शुद्ध ब्याज आय (NII) में साल-दर-साल 35% की वृद्धि हुई।
कंपनी का ऑपरेशन खर्च एक साल पहले के 136 करोड़ रुपये से 24 प्रतिशत बढ़कर 168 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक का पूंजी पर्याप्तता रेशियो (capital adequacy ratio) Q2FY24 में 30.38 प्रतिशत था, जिसमें टियर I पूंजी 28.50 प्रतिशत है।
कहने का मतलब है कि बैंक मजबूत वित्तीय स्थिति में है। उसके पास घाटे को सहने और कठिन आर्थिक परिस्थितियों में भी ऑपरेशन जारी रखने के लिए पर्याप्त पैसा है।