facebookmetapixel
WazirX 24 अक्टूबर से फिर से शुरू करेगा ट्रेडिंग, पहले 30 दिनों तक यूजर्स से नहीं लेगा कोई फीसQ2 में बड़े बैंकों की कॉरपोरेट लोन बुक में जबरदस्त उछाल, HDFC-एक्सिस ने दिखाया मजबूत ग्रोथ ट्रेंड‘ओवर द काउंटर’ डेरिवेटिव लेनदेन के लिए 1 अप्रैल 2026 से UTI अनिवार्य, भारतीय रिजर्व बैंक का प्रस्तावFY26 में पंजाब नैशनल बैंक का 4 लाख करोड़ रुपये कॉरपोरेट ऋण बुक हासिल करने का लक्ष्य: अशोक चंद्रासरकारी प्रतिभूतियों और विदेशी मुद्रा लेन-देन में लगातार बढ़ोतरी, रुपये डेरिवेटिव्स और CCIL ने भी तोड़ा रिकॉर्डडिजिटल भुगतान में UPI का दबदबा जारी, 2025 की पहली छमाही में 85% हुआ लेनदेनवैल्यू और कॉन्ट्रा फंड्स में पांच साल के लिए करें निवेश, सितंबर में इनफ्लो 84.7% बढ़ाRBI की रिपोर्ट में खुलासा: भू-राजनीतिक तनाव के चलते सीमा पार भुगतान प्रणाली के लिए बढ़ा खतराShare Market: सेंसेक्स +130 अंक, निफ्टी भी बढ़त के साथ बंद; IT और बैंकिंग शेयरों में जोरEditorial: भारतीय वित्तीय क्षेत्र में बढ़ी विदेशी कंपनियों की दिलचस्पी

Zomato, Swiggy पर खाने का ऑर्डर पड़ेगा महंगा, कुछ शहरों में बढ़ाई गई प्लेटफॉर्म फीस; क्या दिवाली बड़ी वजह?

जोमैटो-स्विगी पर जब आप ऑर्डर करते हैं तो उसपर प्लेटफॉर्म फी तो 10 रुपये ही शो कर रही है मगर इस 10 रुपये पर 18% का GST भी लगता है।

Last Updated- October 24, 2024 | 6:32 PM IST
Swiggy Vs Zomato

Zomato, Swiggy Platform fee: भारत के दो मुख्य फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और स्विगी से खाने का ऑर्डर करना अब थोड़ा महंगा पड़ेगा। दोनों कंपनियों ने अपने प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा कर दिया है। जोमैटो ने शेयर बाजार को जानकारी देते हुए बताया कि कुछ शहरों में उसने इन चार्ज में इजाफा किया है। फीस में यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब भारत में दिवाली जैसे कई त्योहार आ गए हैं और लोग जमकर इन प्लेटफॉर्म्स से फूड आइटम्स की खरीदारी कर रहे हैं।

अब अगर आप जोमैटो प्लेटफॉर्म से कोई भी खाने-पीने की चीज ऑर्डर करते हैं तो उसपर वह 10 रुपये की प्लेटफॉर्म फी वसूलेगी। पहले यह रकम 6 रुपये प्रति ऑर्डर थी। स्विगी (Swiggy) ने भी अपनी प्लेटफॉर्म फी को पहले के 7 रुपये प्रति ऑर्डर से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है। बता दें कि प्लेटफॉर्म फी एक तरह का अतिरिक्त शुल्क है, जो कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म पर फूड ऑर्डर करने की सुविधा देने के बदले वसूलती हैं। यह रेस्टोरेंट चार्ज, डिलीवरी फीस और GST के अलावा होती है।

गौरतलब है कि जोमैटो-स्विगी पर जब आप ऑर्डर करते हैं तो उसपर प्लेटफॉर्म फी तो 10 रुपये ही शो कर रही है मगर इस 10 रुपये पर 18% का GST भी लगता है। यानी अब कस्टमर्स को 11.80 रुपये प्लेटफॉर्म फी के रूप में भुगतान करना होगा।

जोमैटो ने दिया बयान

जैसा कि जोमैटो शेयर मार्केट में एक लिस्टेड कंपनी है। उसने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस को कुछ निश्चित शहरों के लिए बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है। पहले यह 6 रुपये हुआ करती थी। राजधानी दिल्ली में रह रहे लोगों को कल यानी 23 अक्टूबर से ही 10 रुपये प्लेटफॉर्म फी जोमैटो को पे करना पड़ रहा है। वहीं, स्विगी के तरफ से अभी फीस बढ़ाने के पीछे की कोई वजह नहीं बताई गई है।

क्या त्योहारी सीजन प्लेटफॉर्म फी बढ़ाने के पीछे की बड़ी वजह?

कंपनी ने ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया कि प्लेटफॉर्म फी बढ़ाने की वजह क्या है। लोगों का यह मानना है कि यह बढ़ोतरी त्योहारी सीजन की वजह से की गई है। मगर कंपनी ने ऐसा कोई आधिकारिक जिक्र नहीं किया।

उसने शेयर बाजार को बताया, ‘हमारे प्लेटफॉर्म फी में इस तरह के बदलाव एक नियमित व्यावसायिक मामला है और समय-समय पर किया जाता है और अलग-अलग शहरों में अलग-अलग हो सकता है।’

सबसे पहले अप्रैल 2023 में स्विगी ने 2 रुपये प्रति ऑर्डर की प्लेटफॉर्म फी वसूलना शुरू किया। जिसके बाद उसी साल यानी 2023 में ही जोमैटो ने भी 2 रुपये प्रति ऑर्डर के साथ फ्लैट लेवी के रूप में प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत की। और बाद में यह समय-समय पर इसे बढ़ाती गईं।

जोमैटो ने हाल ही में शेयर बाजार को बताया था कि सितंबर तिमाही में उसका ऑपरेशन से रेवेन्यू 68.50% बढ़कर 4,799 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि (Q2FY24) में यह 2,848 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह कंपनी का नेट मुनाफा भी पांच गुना बढ़ गया। Q2FY24 में जोमैटो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार (YoY) पर 389% बढ़कर 176 करोड़ रुपये हो गया,जो Q2FY24 में 36 करोड़ रुपये रहा था।

First Published - October 24, 2024 | 6:32 PM IST

संबंधित पोस्ट