ओला इलेक्ट्रिक अपनी सुरक्षा से संबंधित सवालों से निपटती आ रही है। फ्रंट फोर्क के मसले ने इसे 2,00,000 ग्राहकों के लिए सुधार की पेशकश करने के लिए प्रेरित किया है। संस्थापक भवीश अग्रवाल ने इस विवाद के संबंध में सुरजीत दास गुप्ता से बातचीत की। संपादित अंश:
हमारे आंकड़ों के आधार पर हमारे द्वारा बेचे गए 2,00,000 स्कूटरों में से 218 स्कूटरों में यह समस्या थी। इन 218 में से 184 दुर्घटना के मामले हैं। यदि आप किसी दीवार से टकराने जा रहे हैं, तो फ्रंट फोर्क टूट जाएगा और सामान्य तेल-गैस इंजन स्कूटरों वाले दोहरे फोर्क के साथ भी ऐसा होता है।
34 अन्य मामलों में हम वजह को लेकर दुविधा में थे और यह हमारे सभी स्कूटरों की बिक्री का केवल 0.015 प्रतिशत ही है। यह संख्या बहुत कम है और दुनिया में कहीं भी किसी भी ओईएम के सुरक्षा सीमा स्तर के भीतर है और इसके लिए रिकॉल की जरूरत नहीं है।
किसी रिकॉल के लिए ओईएम को लंबे समय तक डेटा का अध्ययन करना होता है, शायद कुछ तिमाहियों के लिए। यह देखने के लिए कि विफलता दर बढ़ रही है या नहीं। जनवरी-फरवरी में हमारे खिलाफ एक निरंतर अभियान की वजह से, जो ज्यादातर बॉट्स और ओला स्कूटर की तस्वीरों के जरिये चलाया गया, जिसने हमारे कुछ ग्राहकों को चिंतित कर दिया, इसलिए हमने मुफ्त अपग्रेड की पेशकश का फैसला किया।
हमने अपने सभी इंजीनियरिंग और क्रैश टेस्ट का डेटा प्रकाशित किया, जो कोई ओईएम नहीं करता है। इसलिए इसमें पूरी पारदर्शिता है।
पहली बात तो यह है कि हमारे फ्रंट फोर्क की कीमत पारंपरिक दोहरे फोर्क के मुकाबले तकरीबन दोगुनी है, इसलिए हम लागत नहीं बचा रहे हैं। अगर हम केवल परंपराओं का पालन करते, तो अभी हम बैलगाड़ियों में घूम रहे होते। यह धारणा है कि परंपरागत फोर्क दबाव में बेहतर है, सच नहीं है।
EV में सामान्य रूप से विश्व स्तर पर उपयोग की जाने वाली सामग्री एल्युमीनियम है, टेस्ला एल्युमीनियम से निर्मित की जाती है। एल्युमीनियम हल्का होता है, इसलिए रेंज के मामले में EV के लिए बेहतर होती है और इस्पात के मुकाबले इसके अपने फायदे हैं, जो दोहरे पिन फोर्क में इस्तेमाल होती है।
अंतर यह है कि अधिक प्रभाव में इस्पात एल्युमीनियम के टूटने से पहले मुड़ जाती है, लेकिन प्रभाव समान रहता है – पहिया जाम हो जाएगा और आप दूर जा गिरेंगे। हमने फ्रंट फोर्क का कठोर परीक्षण किया है। हमने इस पर कंक्रीट के स्लैब फेंके हैं, वाहन को क्रेन से गिराया है, वगैरह और यह सारा डेटा सार्वजनिक जांच के लिए खुला है। हमारे पास दोहरे पिन फोर्क के खिलाफ कुछ नहीं है।
दरअसल हम इसका उपयोग अपने शुरुआती स्तर वाले ओला स्कूटर के लिए करेंगे, जिसकी जल्द ही शुरुआत की जाएगी ताकि हम इसे कम कीमत पर पेश कर सकें और कुछ लागत बचा सकें। हमारे जिस फ्रंट फोर्क पर हमला हो रहा है, उसमें पारंपरिक दोहरे पिन फोर्क प्रणाली की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक सुरक्षा मार्जिन है। नए डिजाइन में यह मार्जिन 200 प्रतिशत है लेकिन यह अब भी एल्युमीनियम से बना हुआ है।
हमारे पास मजबूत बैलेंस शीट है, इसलिए कभी-कभी हम मामूली लागत उठा सकते हैं। प्रत्येक स्कूटर के लिए इसकी अधिकतम लागत करीब 1,100 से 1,300 रुपये होगी। हमने पहले ही अपनी आपूर्ति श्रृंखला तैयार कर चुके हैं और इस खास पुर्जे के लिए कुछेक अतिरिक्त महीने की जरूर होगी।
इसलिए, हम सहज हैं। इसे दुरुस्त करने में एक घंटे का समय लगेगा और इसे हमारे 400 अनुभव केंद्रों के जरिये किया जाएगा। इस सुधार में कमी करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। जो भी आएगा, हम उसे प्रोत्साहित करेंगे। हम सुधार की पेशकश तब तक जारी रखेंगे, जब तक लोग इसे चाहते हैं।
मुझे किसी संख्या और उद्योग के इन मानदंडों के बारे में किसी को समझाने की जरूरत नहीं है कि इन चीजों से कैसे निपटा जाता है। ओईएम हमेशा अपना आंतरिक मूल्यांकन करती हैं क्योंकि यह ओईएम के हित में रहता है कि खराब पुर्जों को न लें, वरना उपभोक्ता इसे नहीं खरीदेंगे।
दूसरे, हमारा सारा इंजीनियरिंग और परीक्षण का डेटा सार्वजनिक डोमेन पर है, इसलिए हम तीसरे पक्ष के विशेषज्ञों द्वारा सार्वजनिक बहस का स्वागत करते हैं। तीसरे, क्या आप अन्य ओईएम से उनके पुर्जों की विफलता दर प्रकाशित करने के लिए कहते हैं?
हम पूरे उद्योग के मामले में विफलता दर की कोई तृतीय पक्ष की स्वतंत्र जांच क्यों नहीं करते? निश्चित रूप से यह ज्यादा होगी।