भारतीय बाजार में प्रवेश के सात साल बाद, स्वीडिश फर्नीचर रिटेलर Ikea ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपनी ऑनलाइन डिलीवरी सेवा शुरू कर दी है, जिसकी बिक्री 1 मार्च से शुरू हो गई है।
कंपनी ने उत्तर भारत के नौ सैटेलाइट शहरों आगरा, प्रयागराज, अमृतसर, चंडीगढ़, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, लुधियाना और वाराणसी में भी अपनी ऑनलाइन ऑर्डरिंग और डिलीवरी सेवा का विस्तार किया है। इन शहरों के ग्राहक अब Ikea की वेबसाइट, ऐप और Shop by Phone सेवा के जरिए उत्पादों को ऑनलाइन देख और खरीद सकते हैं।
Ikea इंडिया की CEO और मुख्य सतत विकास अधिकारी, सुसाने पुल्वरर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म LinkedIn में अपनी पोस्ट में बताया कि “दिल्ली-एनसीआर में अपनी शुरुआत की घोषणा करते हुए मेरा दिल खुशी और उत्साह से भर गया है। यह हमारे भारत में सफर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और हम Ikea को भारत के सबसे बड़े होम फर्निशिंग बाजार में नंबर 1 रिटेलर बनाने का लक्ष्य रखते हैं।”
Ikea ने अपने बयान में कहा कि ग्राहक असेंबली, इंस्टॉलेशन और रिमोट डिजाइन सेवाएं भी प्राप्त कर सकेंगे। कंपनी अपने हाइब्रिड ओमनी-चैनल मॉडल पर काम करेगी, जिसमें पहले ऑनलाइन बिक्री पर ध्यान दिया जाएगा और बाद में भौतिक स्टोर खोले जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी 2026 तक गुरुग्राम में अपना सेंटर और 2028 तक नोएडा में अपना स्टोर खोलने की योजना बना रही है। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर में डिलीवरी के लिए 50 इलेक्ट्रिक वाहन तैनात किए जाने की भी संभावना है।
Ikea ने कहा, “दिल्ली-एनसीआर के करीब 1 लाख ग्राहक पहले से ही हमारे Ikea फैमिली मेंबर्स कम्युनिटी का हिस्सा हैं, और यह उपलब्धि हमें उनके और करीब लाने में मदद करेगी।”
Ikea ने भारत में अपनी फिजिकल रिटेल यात्रा 2018 में हैदराबाद में पहला स्टोर खोलकर शुरू की थी। इसके बाद 2020 में नवी मुंबई, 2021 में मुंबई और 2022 में बेंगलुरु में अपने ब्लू बॉक्स स्टोर्स लॉन्च किए।
अगस्त, 2024 में बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में घरेलू फर्नीचर क्षेत्र में स्वीडन की दिग्गज कंपनी आइकिया ने कहा था कि कंपनी साल 2025 तक भारत में केवल इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) से डिलिवरी करने लगेगी। साल 2018 में भारतीय बाजार में प्रवेश करने वाली कंपनी फिलहाल हैदराबाद, बेंगलूरु और पुणे में ग्राहकों का सामान ईवी से पहुंचाती है। वहां इसकी पूरी डिलिवरी EVs से ही होती है। भारत में आइकिया की 88% डिलिवरी इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल के जरिये की जाती हैं। कंपनी ने जारी एक बयान में बताया था कि उसने हैदराबाद, बेंगलूरु, पुणे, मुंबई और गुजरात में लगभग 100 ईवी लगाए हैं। कंपनी ने सबसे पहले 2019 में इलेक्ट्रिक वाहनों को डिलिवरी के काम में लगाया था।
आइकिया इंडिया की कंट्री कस्टमर फुलफिलमेंट मैनेजर साइबा सूरी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘इन इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की मदद से ही हम जुलाई 2024 तक देश भर में ग्राहकों तक 90 फीसदी से ज्यादा सामान बिना उत्सर्जन के यानी बिना प्रदूषण फैलाए पहुंचा रहे हैं।’
फर्नीचर व होम फर्निशिंग की अग्रणी रिटेलर आइकिया इंडिया का नुकसान वित्त वर्ष 2024 में और बढ़कर 1,299.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी की तरफ से आरओसी फाइलिंग में यह जानकारी दी गई। कंपनी का परिचालन राजस्व 1,809.8 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले साल के मुकाबले 4.5 फीसदी ज्यादा है। बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफ्लर की तरफ से देखे गए वित्तीय आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
आइकिया इंडिया की कुल आय भी वित्त वर्ष 2024 में 5.12 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,852.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एक साल पहले आइकिया इंडिया ने 1,133 करोड़ रुपये का नुकसान और 1,731.6 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व दर्ज किया था। कंपनी के मुताबिक, नुकसान में बढ़ोतरी मुख्य रूप से ओम्नीचैनल वृद्धि के लिए विस्तार पर किए गए निवेश के कारण हुई।
(बरखा माथुर के साथ)
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