facebookmetapixel
डायबिटीज के लिए ‘पेसमेकर’ पर काम कर रही बायोरैड मेडिसिसMeta-WhatsApp डेटा साझेदारी मामले में सीसीआई ने एनसीएलएटी से मांगा स्पष्टीकरणशांघाई सहयोग संगठन की बैठक में बोले जयशंकर, आर्थिक संबंधों का हो विस्तारसीमेंट ढुलाई बढ़ाने के लिए रेलवे की नई टर्मिनल नीति लागू, पांच साल में हिस्सेदारी 50% तक लाने का लक्ष्यकर्नाटक ने स्पेसटेक पॉलिसी लॉन्च की, 2034 तक भारत के अंतरिक्ष बाजार में 50% हिस्सेदारी का लक्ष्यछोटे शहरों में नए होटलों को टैक्स लाभ देने की मांग तेज, FHRAI ने बजट 2026 में रखा बड़ा प्रस्तावविकसित देशों से जलवायु प्रतिबद्धता निभाने की अपील, भूपेंद्र यादव ने COP30 में रखी अपनी मांगबिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: उत्तर प्रदेश में निवेश व विकास पर मंथन 19 नवंबर कोडिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए बनेगा दुनिया का पहला IDPIC, बैंकिंग सुरक्षा में आएगा बड़ा बदलावबजट 2026-27 से पहले कंपनियों की बड़ी मांग: डिमर्जर प्रक्रिया को कर-मुक्त बनाया जाए

Energy Transition: ब्रिटेन और भारत में 3.6 अरब डॉलर का निवेश करेगी Essar

एस्सार समूह ने ऊर्जा, धातु और खनन, बुनियादी ढांचा तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में निवेश किया हुआ है

Last Updated- February 27, 2023 | 2:08 PM IST
Investment will increase in the direction of green energy: Ruia

एस्सार समूह ने ब्रिटेन और भारत में कम कॉर्बन उत्सर्जन की ऊर्जा बदलाव परियोजनाओं में अगले पांच साल के दौरान 3.6 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की है। इनमें हरित हाइड्रोजन और अमोनिया उत्पादन से संबंधित परियोजनाएं भी हैं।

एस्सार समूह ने ऊर्जा, धातु और खनन, बुनियादी ढांचा तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में निवेश किया हुआ है। समूह ने ब्रिटेन में उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड में एक प्रमुख ऊर्जा बदलाव केंद्र के निर्माण के लिए एस्सार एनर्जी ट्रांजिशन (ईईटी) के गठन की घोषणा की है।

कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा, ‘‘ईईटी की योजना अगले पांच साल में कम कार्बन ऊर्जा बदलाव की परियोजनाओं की श्रृंखला के विकास में कुल 3.6 अरब डॉलर का निवेश करने की है।

इनमें से 2.4 अरब डॉलर का निवेश समूह स्टैनलो में अपनी सुविधा पर लिवरपूल और मैनचेस्टर के बीच और 1.2 अरब डॉलर का निवेश भारत में करेगा। इन परियोजनाओं में ब्रिटेन में वर्टेक्स हाइड्रोजन की एक गीगावॉट की ब्लू हाइड्रोजन परियोजना, ब्रिटेन और अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर केंद्रित एक गीगावॉट की हरित अमोनिया सुविधा और 10 लाख टन कम कॉर्बन के जैवईंधन का विकास शामिल है।

वर्टेक्स ब्रिटेन में एस्सार की स्टैनलो रिफाइनरी परिसर में एक हाइड्रोजन विनिर्माण इकाई बना रही है। इस संयुक्त उद्यम में एस्सार ऑयल ब्रिटेन की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह उद्यम 2026 से दो इकाइयों से प्रतिवर्ष एक गीगावॉट हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।

ब्रिटेन की प्रोग्रेसिव एनर्जी की वर्टेक्स में शेष 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एस्सार कैपिटल के निदेशक प्रशांत रुइया ने कहा, ‘‘ईईटी को पेश करना एस्सार की ब्रिटेन को कम कॉर्बन वाली ऊर्जा में आगे लाने की दीर्घावधि की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। हम ब्रिटेन में कम कॉर्बन वाले भविष्य के ईंधन के उत्पादन के जरिये ऊर्जा बदलाव को आगे बढ़ाने को लेकर रोमांचित हैं। इससे उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड में औद्योगिक कॉर्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 20 प्रतिशत की कमी आएगी।”

First Published - February 27, 2023 | 2:08 PM IST

संबंधित पोस्ट