महिंद्रा हॉलिडे एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड (MHRIL) के अध्यक्ष अरुण नंदा ने 50 साल की लंबी पारी के बाद अपने रिटायरमेंट की घोषणा की। नंदा ने बोर्ड को सूचित किया कि वह गैर-कार्यकारी भूमिकाओं के लिए आयु सीमा के अनुरूप पुनर्नियुक्ति की मांग नहीं करेंगे। इस प्रकार, वह 25 जुलाई, 2023 को आगामी एजीएम में सेवानिवृत्त होंगे।
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने कहा कि अरुण नंदा कई दशकों से महिंद्रा समूह के असाधारण इंट्राप्रेन्योर रहे हैं। यूँ तो उन्होंने कई पहलें की हैं, लेकिन लीजर एवं हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में समूह के विविधीकरण में उनका योगदान सबसे विशिष्ट है। जब अरुण ने महिंद्रा हॉलिडेज की स्थापना की, तो वेकेशन रेंटल और हॉलिडे कंपनियों की परिकल्पना भारत में अपेक्षाकृत न के बराबर थी। आज, जब अरुण ने घोषणा की कि वह अपने अध्यक्ष पद से अवकाश लेना चाहेंगे, तो इस समय तक क्लब महिंद्रा यूएसए के बाहर सबसे बड़ा वेकेशन ओनरशिप ब्रांड बन चुका है। उन्होंने न केवल भारत में कंपनी की नेतृत्वकारी स्थिति कायम की है, बल्कि उन्होंने ऐसे अधिग्रहण भी किए हैं जिन्होंने हमें एक वैश्विक कंपनी बना दिया है। यह एक अविश्वसनीय उपलब्धि है। महिंद्रा हॉलिडे की सफलता की कहानी में उनके योगदान के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं और उनके भविष्य के लिए खुशहाल और उत्पादक जीवन की कामना करता हूं।”
अरुण नंदा ने कहा कि पांच दशकों तक महिंद्रा समूह का हिस्सा बने रहना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। एक युवा एकाउंटेंट के रूप में शुरुआत करने से लेकर समूह के नए और विविधतापूर्ण व्यवसायों को स्थापित और प्रबंधित करने में सक्षम होने तक की यह यात्रा लंबी रही है। जिन दो चीजों की मैं सबसे अधिक प्रशंसा करता हूं, वे हैं – समूह की मूल्य प्रणालियां और केशब महिंद्रा एवं आनंद महिंद्रा से मुझे प्राप्त अधिकारिता, समर्थन और विश्वास। महिंद्रा हॉलिडेज इतना अच्छा कर रहा है और भारत एवं फिनलैंड दोनों ही देशों में बेहतर भविष्य के लिए तैयार है, ऐसे समय में अपने पद से अवकाश लेते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है।
नंदा एक युवा एकाउंटेंट के रुप में 1973 में कलकत्ता में महिंद्रा में शामिल हुए। 1976 में वह महिंद्रा सिंटर्ड प्रोडक्ट्स के सीएफओ और कंपनी सचिव के रूप में कार्यभार संभालने के लिए पुणे चले गए। 1986 में कंपनी सचिव और हेड लीगल (व अन्य पद) के रूप में कार्यभार संभालने के लिए उन्हें जनक कंपनी में स्थानांतरित कर दिया गया। अरुण नंदा ने 28/08/1992 से 31/03/2010 तक महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक के रूप में और बाद में 08/08/2014 तक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया।