मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) ने मार्च 2025 तक 57 नए नेक्सा शोरूम खोलने की योजना बनाई है। मारुति सुजूकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने इस योजना की पुष्टि करते हुए गुरुवार को कहा कि कंपनी के टॉप-एंड वाहनों के लिए मांग लगातार बढ़ रही है। मौजूदा समय में देश में 468 नेक्सा आउटलेट हैं।
उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि मारुति सुजूकी की कुल बिक्री में नेक्सा की भागीदारी इस साल बढ़कर 31.9 प्रतिशत हो गई है जो वित्त वर्ष 2023 में 22.4 प्रतिशत थी। नेक्सा का पहला आउटलेट जुलाई 2025 में खोला गया था।
मारुति सुजूकी मौजूदा समय में अपने कुल 17 यात्री वाहन (पीवी) मॉडलों में से प्रमुख आठ मॉडलों – बलेनो, इग्निस, ग्रैंड विटारा, जिम्नी, फ्रॉन्क्स, सियाज, इनविक्टो और एक्सएल6 की बिक्री नेक्सा शोरूमों के जरिये करती है। शेष 9 पीवी मॉडलों की बिक्री कंपनी के 2,842 एरीना आउटलेटों के जरिये की जाती है। वह एक अलग कमर्शियल आउटलेटों के जरिये भी एक कमर्शियल वाहन सुपर कैरी की बिक्री करती है।
पिछले कुछ वर्षों में मारुति सुजूकी ने यूटिलिटी व्हीकल (यूवी) सेगमेंट में अपना दबदबा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। यह सेगमेंट तेज वृद्धि दर्ज कर रहा है। कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस सेगमेंट में ग्रैंड विटारा, जिमनी, फ्रॉन्क्स और इनविक्टो को पेश किया।
इनविक्टो 20 लाख रुपये की कीमत सेगमेंट में एमएसआईएल की पहली कार थी। सायम के आंकड़े के अनुसार, इससे कंपनी को वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में यूवी सेगमेंट में अपनी भागीदारी बढ़ाकर 23.12 प्रतिशत करने में मदद मिली, जो एक साल पहले की समान अवधि में 17.4 प्रतिशत थी।
श्रीवास्तव ने कहा, मारुति में नए तरह का उपभोक्ता लाने के लिए नेक्सा की योजना बनी थी।
अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ हमें अहसास हुआ कि उपभोक्ताओं का एक ऐसा वर्ग है, जिसकी खरीद के मानक अलग हैं। उनके लिए कीमत या ईंधन दक्षता के बजाय डिजायन, विशेषता और तकनीक ज्यादा मायने रखती है।
उन्होंने कहा, ये वैश्विक स्तर पर जुड़े हुए हैं और ज्यादा शहरी हैं। हम न्यू इंडिया की बात करते हैं, लेकिन हमने भारत को दरकिनार नहीं किया है। हम नेक्सा के जरिये न्यू इंडिया में काफी कामयाब रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि एरीना ग्राहकों के मुकाबले नेक्सा के ग्राहक औसतन ज्यादा युवा हैं, शहरी हैं और उनकी मासिक कमाई औसतन ज्यादा है। नेक्सा ग्राहकों की औसत मासिक कमाई करीब 90,000 रुपये है जबकि एरीना ग्राहकों की 65,000 रुपये।
जुलाई में भारतीय वाहन उद्योग के सभी बिक्री चैनलों में नेक्सा दूसरे पायदान पर रही। वित्त वर्ष 22 में एरीना, ह्युंडै, टाटा मोटर्स और नेक्सा वाहन उद्योग में बिक्री के चार अग्रणी चैनल रहे। हमें उम्मीद है कि यह रफ्तार जारी रहेगी। मारुति के पास वित्त वर्ष 31 तक उसके पोर्टफोलियो में छह इलेक्ट्रिक वाहन समेत करीब 28 अलग-अलग मॉडल हो सकते हैं, कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में ये बातें कही है, जिसे इस महीने जारी किया गया है।