आपने टेमासेक को ही क्यों चुना?
हम हमेशा से स्वास्थ्य सेवा कारोबार में लंबी अवधि के साझेदार चाहते थे। अधिकतर निजी इक्विटी फर्मों की निवेश अवधि 4 से 5 वर्ष होती है। टेमासेक भारत में दीर्घावधि के निवेश की संभावनाएं तलाश रही थी और इसलिए हमने उस पर गौर किया। यह निजी इक्विटी का कोई पारंपरिक निवेश नहीं है।
हम टीपीजी के बाहर निकलने का रास्ता भी तलाश रहे थे और इस तरह हमारी बातचीत शुरू हुई। होल्डिंग कंपनी में हमारा कुछ कर्ज था जिसे हम कम करना चाहते थे। वे पिछले छह वर्षों से हमारे साथ हैं। वे कंपनी को जानते हैं और उन्हें हमारा प्रबंधन पसंद है। किसी मौजूदा निवेशक द्वारा पांच साल बाद अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना कंपनी की ताकत को दर्शाता है। इस सौदे के बाद होल्डिंग कंपनी कर्ज मुक्त हो जाएगी।
टीपीजी आंशिक रूप से बाहर निकल रही है और वह दूसरे फंड के जरिये वापस भी आ रही है। जब उन्हें टेमासेक के निवेश के बारे में पता चला तो टीपीजी ने भी एक अन्य दौर के लिए हमारे साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया है।
मणिपाल हेल्थ के लिए वृद्धि का अगला कदम क्या होगा?
हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कंपनी का विकास लगातार जारी रहे, उसका कंपनी प्रशासन अच्छा हो और वह गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराए। हम इसे संस्थागत बनाना चाहते हैं और तीनों शेयरधारक इसके लिए राजी हैं। ये कोई नए लोग नहीं हैं जो साथ आए हैं बल्कि हम एक-दूसरे को जानते हैं और हमारे निवेशक समान सोच वाले हैं जिन्हें बाहर निकलने की जल्दबाजी नहीं है। आगे चलकर कंपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के साथ भी पूंजी बाजार में दस्तक दे सकती है। हम बहुलांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए पुनर्खरीद नहीं खरीदना चाहते हैं। हम उल्लेखनीय अल्पांश हिस्सेदारी रखना चाहते हैं और यदि कंपनी को रकम की जरूरत पड़ी तो निवेश के लिए हमारा दरवाजा खुला रहेगा। हम अपनी करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी बरकरार रखेंगे और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त निवेश भी करेंगे। हम मणिपाल को सूचीबद्ध देखना चाहते हैं।
क्या आप अपने अन्य कारोबार में हुई कमाई का निवेश करना चाहते हैं?
हम अपने मौजूदा कारोबार- शिक्षा एवं बीमा- में निवेश करना चाहते हैं। साथ ही हम अपने अस्पताल कारोबार के लिए भी कुछ रकम निर्धारित करना चाहते हैं। फिलहाल किसी नए कारोबार की कोई योजना नहीं है।
क्या आमरी सौदा पूरा हो चुका है? क्या आप अधिग्रहण के लिए तैयार हैं?
फिलहाल कारोबार के विस्तार के लिए हमारे दिमाग में कोई खास जगह नहीं है। अधिग्रहण के लिए यदि कोई दमदार अवसर दिखेगा तो हम उस पर विचार करेंगे। हम कुछ लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं और फिलहाल नामों का खुलासा नहीं कर सकते। आमरी सौदा पूरा हो गया है और हम कुछ मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। हमारा मानना है कि भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रोगियों के लिए अधिक बिस्तरों की जरूरत है। आगे मणिपाल अधिग्रहण पर विचार कर सकती है।
क्या मणिपाल हेल्थ के बोर्ड में कोई बड़ा बदलाव होगा?
टेमासेक बोर्ड का नियंत्रण अपने हाथ में लेगी और बहुमत हासिल करने के लिए अन्य सदस्यों को शामिल करेगी। मगर, सुदर्शन बल्लाल चेयरमैन पद पर बरकरार रहेंगे।
आपने कुछ साल पहले मलेशिया का अस्पताल बेच दिया था। क्या अब में विस्तार की कोई योजना है?
हमने कर्नाटक से शुरुआत की और यहां निवेश करना जारी रखेंगे। हम जिन बाजारों में मौजूद हैं वहां नई परियोजनाओं में निवेश जारी रखेंगे। वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए भारत कहीं अच्छी स्थिति में है। हम भारत में सुदृढ़ीकरण जारी रखेंगे। जब हमने मलेशिया के अस्पताल को बेचा था तो वह अन्य भौगोलिक क्षेत्रों से बाहर निकलने की रणनीति का हिस्सा था। भारत में काफी पूंजी और विकास की गुंजाइश है। इसलिए हम केवल इसी बाजार पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।