वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने दिसंबर तिमाही में राजस्व में मजबूत बढ़त दर्ज की है, जिसे फार्म वर्टिकल व एसयूवी के अलावा तिपहिया की मजबूत बिक्री से सहारा मिला। दिसंबर तिमाही में कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़ा जबकि एबिटा में 56 फीसदी की उछाल आई। हालांकि कंपनी का PAT यानी कर पश्चात लाभ (विशेष आइटम को छोड़कर) 14 फीसदी की बढ़त के साथ 1,528 करोड़ रुपये रहा। विशेष आइटम से पूर्व PAT 52 फीसदी की बढ़त के साथ 2,029 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (समूह) मनोज भट्ट ने कहा, कंपनी ने अपने ट्रक व बस कारोबार के मूल्यांकन में एकबारगी की कटौती ली है, जिसकी हिस्सेदारी विशेष आइटम में सबसे ज्यादा रही।
वॉल्यूम में बढ़त के लिहाज से तीसरी तिमाही महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के लिए सकारात्मक रहा। इस दौरान फार्म क्षेत्र में सबसे ज्यादा वॉल्यूम 1,04,900 इकाई दर्ज हुई, जो सालाना आधार पर 14 फीसदी ज्यादा है। वाहन क्षेत्र में भी वॉल्यूम सबसे ज्यादा 1,76,000 इकाई रही, जो सालाना आधार पर 45 फीसदी ज्यादा है। उधर, तिपहिया में वॉल्यूम सबसे ज्यादा 11,800 इकाई रही।
एमऐंडएम के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर ने कहा, फार्म क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी 41 फीसदी रही, वहीं एसयूवी में रैंकिंग एक रही और बाजार हिस्सेदारी 20.6 फीसदी। उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि फार्म मशीनरी क्षेत्र हमारी बढ़त को काफी मजबूती देगी। वैश्विक स्तर पर फार्म मशीनरी क्षेत्र, ट्रैक्टर से काफी बड़ा है, लेकिन भारत की स्थिति अलग है।
वित्त वर्ष 22 तक अगर ट्रैक्टर का बाजार 60 अरब डॉलर का था, तो कृषि मशीनरी 100 अरब डॉलर वाला बाजार थी। इसकी तुलना में भारत में ट्रैक्टर 47,000 करोड़ रुपये का बाजार है, जबकि कृषि मशीनरी का बाजार 9,300 करोड़ रुपये का है। उन्होंने कहा कि इस तरह यह बात अगले पांच साल में हमारे लिए एक बड़ा अवसर पेश करती है। हम कृषि मशीनरी से 10 गुना अधिक राजस्व का लक्ष्य रखेंगे, जिसमें निर्यात से राजस्व भी शामिल होगा।
एमऐंडएम के मामले में इस साल अब तक कृषि मशीनरी खंड में 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। कंपनी ने कृषित क्षेत्र के लिए खंड वार ब्रेक-अप का खुलासा नहीं किया।
जेजुरिकर ने कहा कि कंपनी ने अब इस खंड में 15 नए उत्पादों की शुरुआत करने की योजना बनाई है। इसमें चैनल का तीव्र विस्तार और निर्यात पर ध्यान देने के अलावा पीथमपुर में कृषि मशीनों का आंतरिक विनिर्माण शामिल है।
एमऐंडएम का एसयूवी वॉल्यूम इस तिमाही के दौरान बढ़कर 90,797 इकाई तक पहुंच गया है और कंपनी ने कहा है कि उसे अपनी नई थार के लिए दमदार आकर्षण नजर आ रहा है, जिसकी प्रतिस्पर्धी कीमत 9.9 लाख रुपये रखी गई है।
एमऐंडएम ने इलेक्ट्रिक तिपहिया और अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी वाले वाणिज्यिक वाहनों की स्थापना के लिए अगले पांच वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की भी घोषणा की है। इस बीच महाराष्ट्र में ईवी संयंत्र के लिए इसका 10,000 करोड़ रुपये का निवेश भी सही दिशा में जा रहा है क्योंकि कंपनी वर्ष 2027 तक अपनी कुल वाहन बिक्री का 30 प्रतिशत भाग ईवी से आने का लक्ष्य बना रही है।