महिंद्रा समूह हैदराबाद में अपने विश्वविद्यालय परिसर में मेडिकल कॉलेज खोलने पर विचार करेगा। आज किए गए एक ट्वीट में समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत में मेडिकल कॉलेजों की कमी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। अपने सहकर्मी व टेक महिंद्रा के सीईओ सीपी गुरनानी को टैग करते हुए उन्होने पूछा है कि क्या समूह महिंद्रा यूनिवर्सिटी के परिसर में मेडिकल इंस्टीट्यूशन स्थापित करने की संभावना तलाश सकता है?
मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया था कि अजरबैजान और जागरेब (क्रोएशिया) कम शुल्क पर भारत के मेडिकल विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए आकर्षित कर रहे हैं, जिसकी प्रतिक्रिया में महिंद्रा ने यह विचार रखा है। ट्विटर इस्तेमाल करनेवालों ने महिंद्रा के विचार पर उत्साह से जवाब दिया और कुछ सुझाव भी आए कि संस्थान को अन्य कॉलेजों की तरह करोड़ों रुपये शुल्क नहीं लेना चाहिए। महिंद्रा ने उनके सुझावों को संज्ञान में लिया।
महिंद्रा यूनिवर्सिटी का हैदराबाद में परिसर है और यहां स्नातक व परास्नातक इंजीनियरिंग, कानून, मीडिया और लिबरल आर्ट की डिग्रियां मिलती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजी क्षेत्र से देश में मेेडिकल शिक्षा को विस्तार देने को कहा था। महिंद्रा पहले उद्योगपति हैं, जिन्होंने इस मसले पर सार्वजनिक टिप्पणी की है। प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया पिछले सप्ताह आई थी, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया और इसकी वजह से वहां फंसे बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को निकालने का अभियान शुरू किया गया।