हाल ही में भारतीय बीमा क्षेत्र में प्रवेश करने वाली विश्व की सबसे बड़ी निजी इंश्योरेंस ब्रोकर लॉकटन (Lockton) का लक्ष्य अगले चार में अमेरिका के बाहर अपने कारोबार को दोगुना करने का है। कंपनी का ध्यान भी भारत पर है।
लॉकटन इंटरनैशनल होल्डिंग्स के मुख्य कार्य अधिकारी क्रिस ब्राउन ने कहा, ‘हमारी सामान्य योजना हमेशा खुद से बढ़ने की है। पिछले साल हमारी जबरदस्त वृद्धि रही। वैश्विक स्तर पर हमारी करीब 14 फीसदी वृद्धि हुई। इसलिए, हम दुनिया के जिस भी देश में हैं वहां हमारी वृद्धि बरकरार रही।’
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में ब्राउन ने कहा, ‘अमेरिका के बाहर, हम अगले चार साल में अपना कारोबार दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं और जिन देशों में हम हैं वहां अपने बाजार का आकार भी बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं। हमारी कई नए देशों पर भी नजर है और जाहिर है, भारत भी इनमें एक है।’
इंश्योरेंस ब्रोकर ने हाल में भारतीय बीमा बाजार में प्रवेश किया है और एक रणनीतिक पहल के तहत अरिहंत इंश्योरेंस ब्रोकर का अधिग्रहण किया है। इससे भारत के ब्रोकिंग बाजार में उसका प्रवेश हो जाएगा। ब्रोकर ने संदीप दादिया को अपने भारतीय कारोबार का मुख्य कार्य अधिकारी और कंट्री हेड नियुक्त किया है। दादिया इससे पहले आदित्य बिड़ला इंश्योरेंस ब्रोकर के मुख्य कार्य अधिकारी थे।
दादिया ने कहा, ‘हमारी रणनीति पूरी तरह खुद से बढ़ने की है। देश के इंश्योरेंस ब्रोकिंग बाजार में प्रवेश के लिए अरिहंत का अधिग्रहण पूरी तरह से रणनीतिक पहल थी। इसलिए, अभी यह छोटी ब्रोकिंग कंपनी है। लेकिन हम तुरंत भारतीय बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं।’
लॉकटन इंडिया ने जोखिम के आधार पर और बाजार की जरूरतों के मुताबिक अनुकूलित और जोखिम आधारित विशिष्ट समाधान बनाकर वाणिज्यिक क्षेत्र के साथ-साथ मोटर और स्वास्थ्य बीमा कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है।
दादिया ने कहा, ‘हम निश्चित रूप से वाहन बीमा में जाएंगे। योजना खुदरा स्वास्थ्य बीमा के साथ वाहन बीमा बेचने की है। लेकिन, यह वैसा समाधान नहीं होगा जो बाजार में मौहै। हम खास समाधान तैयार करने जा रहे हैं। उनमें से हर एक की जरूरतें और जोखिम अलग-अलग हैं। हम उन सभी के लिए जोखिम समाधान प्रदान करने जा रहे हैं।’
इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी का मुख्यालय मुंबई में रहेगा और देश के सात स्थानों पर इसके दफ्तर रहेंगे। कंपनी की योजना साल 2026 के अंत तक 200 लोगों को रखने की है।