LIC Q1FY26 result: देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के अपने नतीजों का ऐलान किया। Q1FY26 में बीमा कंपनी का नेट प्रॉफिट 5.02% बढ़कर 10,986 करोड़ रूपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 10,461 करोड़ रुपये था।
IRDAI के अनुसार फर्स्ट ईयर प्रीमियम इनकम (FYPI) के आधार पर बाजार हिस्सेदारी में एलआईसी देश में जीवन बीमा कारोबार में अब भी मार्केट लीडर बनी हुई है, जिसकी कुल हिस्सेदारी 63.51% रही। 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही में, व्यक्तिगत बिजनेस (Individual Business) में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 38.76% रही, जबकि ग्रुप बिजनेस में यह 76.54% रही।
पहली तिमाही में एलआईसी की कुल प्रीमियम इनकम ₹1,19,200 करोड़ रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में ₹1,13,770 करोड़ थी। इस तरह इसमें 4.77% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इंडिविजुअल बिजनेस प्रीमियम पहली तिमाही में बढ़कर ₹71,474 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹67,192 करोड़ था। यानी इसमें 6.37% की वृद्धि हुई। वहीं, ग्रुप बिजनेस का कुल प्रीमियम इस तिमाही में ₹47,726 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹46,578 करोड़ था। इस तरह इसमें 2.46% की बढ़त दर्ज की गई।
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30 जून 2025 को समाप्त तिमाही में इंडिविजुअल सेगमेंट में कुल 30,39,709 पॉलिसियां बेची गईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 35,65,519 पॉलिसियों की बिक्री हुई थी। इस तरह पॉलिसियों की संख्या में 14.75% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, इसी तिमाही में एलआईसी की वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) बढ़कर ₹1,944 करोड़ हो गई, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹1,610 करोड़ थी। यानी इसमें 20.75% की बढ़त दर्ज की गई।
नेट VNB मार्जिन भी इस तिमाही में 150 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 15.4% हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 13.9% था।
एलआईसी के सीईओ और एमडी आर दोरईस्वामी ने कहा, “वित्त वर्ष 2025-2026 की पहली तिमाही में हमारी फर्स्ट ईयर प्रीमियम इनकम के आधार पर कुल बाजार हिस्सेदारी 63.51% रही और हमने व्यक्तिगत (Individual) और समूह (Group) दोनों सेगमेंट में अपनी लीडरशिप बरकरार रखी। हमारी रणनीति के मुख्य बिंदु — जैसे इंडिविजुअल बिजनेस में नॉन-पार पॉलिसियों की हिस्सेदारी बढ़ाना, VNB मार्जिन में सुधार और बैंका शेयर (Banca share) की हिस्सेदारी बढ़ाना — पूरी तरह से सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “30 जून 2025 तक, 1.99 लाख से अधिक महिलाओं को बीमा सखी के रूप में नियुक्त किया गया, जिन्होंने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 3.26 लाख से अधिक पॉलिसियां बेचीं। हम देश में जीवन बीमा की पहुंच को और बढ़ाने के लिए नियामक संस्थाओं तथा विभिन्न राज्य और जिला स्तर की बीमा समितियों के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं। हम ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नए उत्पाद लॉन्च करने और अपनी ग्राहक पहुंच को और बेहतर बनाने पर पूरी तरह केंद्रित हैं।”
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30 जून 2025 तक एलआईसी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) सालाना आधार पर 6.47% बढ़कर ₹57,05,341 करोड़ हो गया, जबकि 30 जून 2024 को यह ₹53,58,781 करोड़ था।
पहली तिमाही में एलआईसी का ओवरऑल एक्सपेंस रेशियो घटकर 10.47% हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 11.87% था। यानी इसमें 140 बेसिस प्वाइंट्स की कमी आई है।