जेट एयरवेज के कम से कम 95 फीसदी कर्मचारियोंं को कैलरॉक-जालान कंसोर्टियम के प्रस्ताव पर सहमति देनी होगी अन्यथा जेट को पटरी पर लाने की योजना के तहत की गई पेशकश कर्मी गंवा देंगे। कंसोर्टियम की पेशकश पर कर्मचारियों व वर्कमैन का मतदान सोमवार को शुरू हुआ और 4 अगस्त तक चलेगा।
नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने विमानन कंपनी को पटरी पर लाने के कंसोर्टियम के प्रस्ताव को 22 जून को मंजूरी दे दी थी। जेट एयरवेज ने करीब 15,000 करोड़ रुपये का दावा स्वीकार किया था लेकिन कंसोर्टियम ने 475 करोड़ रुपये के वित्तीय व गैर-वित्तीय लेनदारों के दावे के निपटान की पेशकश की है। कर्मचारियों के 1,265 करोड़ रुपये के दावे स्वीकार किए गए थे और कंसोर्टियम ने पूरा मामला 52 करोड़ रुपये में निपटाने का प्रस्ताव रखा है।
इसके अतिरिक्त कर्मचारियों व वर्कमैन के लिए कंसोर्टियम ने नकदी व गैर-नकदी लाभ की पेशकश की है, जिसमें विमानन कंपनी की 0.5 फीसदी हिस्सेदारी शामिल है, जो उन कर्मियों को दी जाएगी जो जून 2019 में जेट एयरवेज के दिवालिया होने के समय कंपनी के साथ थे। कर्मचारियों के लिए कल्याण न्यास गठित किया जाएगा और उसके पास विमानन कंपनी की 0.5 फीसदी हिस्सेदारी होगी और 76 फीसदी हिस्सेदारी ग्राउंड हैंडलिंग सहायक की होगी। कर्मचारी व वर्कमैन को क्रमश: 11,000 रुपये व 22,800 रुपये दिए जाएंगे। हर वर्कमान को एक फोन, लैपटॉप या आईपैड दिया जाएगा, जो लॉटरी के आधार पर होगा। साथ ही 10,000 रुपये का टिकट वाउचर भी दिया जाएगा।
जून 2019 में कंपनी के करीब 9,000 कर्मचारी थे और यह आंकड़ा अब घटकर करीब 3,600 रह गया है। अगर 95 फीसदी कर्मी प्रस्ताव के पक्ष में मतदान नहीं करते हैं तो यह प्रस्ताव स्वत: ही समाप्त हो जाएगा। उनके लिए आरक्षित 0.5 फीसदी हिस्सेदारी और नकद भुगतान के लिए रखे गए 8 करोड़ रुपये वित्तीय लेनदारों को दिए जाएंगे।
