जापान की घड़ी विनिर्माता कैसियो की भारतीय शाखा देश में दो अंकों की मध्य स्तर की निरंतर राजस्व वृद्धि की उम्मीद कर रही है। साथ ही वह अपने स्थानीय विनिर्माण कार्यक्रम को भी रफ्तार दे रही है क्योंकि ग्राहक ज्यादा समझदारी के साथ चयन कर रहे हैं और प्रीमियम उत्पादों की ओर रुख कर रहे हैं।
कैसियो इंडिया के प्रबंध निदेशक ताकुतो किमुरा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमें देश में जोरदार त्योहारी सीजन की भी उम्मीद है। हमने ओणम तथा रक्षाबंधन अभियान पहले ही शुरू कर दिए हैं। हमारा विज्ञापन खर्च भी हमारी राजस्व वृद्धि के अनुपात में बढ़ रहा है। हमें आने वाले वर्षों में भी 30 प्रतिशत की निरंतर वृद्धि की उम्मीद है।’
कंपनी ने पिछले दो वर्षों के दौरान राजस्व में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। घड़ी विनिर्माता अपनी मेक इन इंडिया पहल के तहत स्थानीय विनिर्माण पर भी जोर दे रही है और वह आने वाले कुछ महीनों में स्थानीय रूप से उत्पादित इकाइयों की संख्या को मौजूदा 28 के मुकाबले दोगुना करने की योजना बना रही है।
किमुरा देश में कंपनी की पहली ऑटोमैटिक घड़ी की शुरुआत के अवसर पर बोल रहे थे। ईएफके-100 श्रृंखला को एडिफिस लेबल के तहत पेश किया गया है। इसकी कीमत 25,995 रुपये है और इसके पांच संस्करण हैं। खुद से चाबी भरने वाली घड़ी, ऑटोमैटिक घड़ियां पहनने वाले के द्वारा कलाई हिलाने पर खुद से चाबी भरने के लिए बिल्ट-इन मैकेनिज्म का इस्तेमाल करती हैं।