टेक महिंद्रा दमदार संभावित सौदों और सभी उद्योग श्रेणियों में वृद्धि के दम पर पिछले साल के राजस्व आंकड़े को पार करने केलिए सही राह पर अग्रसर है। पुणे की यह आईटी कंपनी मुनाफे के मोर्चे पर कोविड-19 से पहले के स्तर तक पहुंचने के करीब है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) मनोज भट्ट ने यह बात कही।
भट्ट ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा, ‘सीधे तौर पर मुझे लगता है कि लाभ के मामले में यह (कोविड-19 से पहले के स्तर) बहुत जल्द होना चाहिए। राजस्व के मोर्चे पर हमें लगता है कि अगली दो तिमाहियों में पिछले साल हमने जो किया उसके बराबर या उससे बेहतर होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘सौदे हासिल करने के पैमाने से यदि संभावित सौदों पर गौर किया जाए तो साफ पता चलता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सवाल अगर का नहीं बल्कि कब का है।’
सितंबर में समाप्त तिमाही के दौरान पुणे की इस कंपनी ने 42.1 करोड़ डॉलर के शुद्ध नए सौदे हासिल किए। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 5.3 फीसदी घटकर 1,064 करोड़ रुपये रह गया। अधिक कर्मचारी लागत एवं अन्य खर्च में वृद्धि के कारण कंपनी के मुनाफे को झटका लगा। हालांकि क्रमिक आधार पर कंपनी के शुद्ध लाभ में 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 9,372 करोड़ रुपये रहा जो क्रमिक आधार पर 2.9 फीसदी और सालाना आधार पर 3.3 फीसदी अधिक है। डॉलर में राजस्व 126.54 करोड़ डॉलर रहा जो स्थिर मुद्रा पर पिछली तिमाही के मुकाबले 2.9 फीसदी अधिक है।
भट्ट ने यह भी कहा कि 5जी के अधिकांश खर्चों को वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही के लिए टाल दिया गया है क्योंकि दूरसंचार ऑपरेटर काफी सतर्क हैं और उन्हें उम्मीद है कि दिसंबर के बाद कोविड-19 का वास्तविक प्रभाव दिखाई देगा क्योंकि सरकार के प्रोत्साहन पैकेज वैश्विक स्तर पर खत्म हो रहे हैं। कंपनी के कुल राजस्व में संचार क्षेत्र का योगदान लगभग 40 फीसदी है। हालांकि इस खंड के राजस्व में सालाना आधार पर 5.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
