आईपीएल के दूसरे संस्करण को लेकर विदेश में कराए जाने के फैसले और प्रसारण के मामले पर चलती खींचतान की वजह से अब इसके प्रायोजक भी या तो अपने बजट में कमी कर रहे हैं या फिर आईपीएल से हटना ही मुनासिब समझ रहे हैं।
पिछले साल आईपीएल के दौरान स्टेडियम के अंदर होने वाले विज्ञापनों के जरिये 150 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। उम्मीद थी कि दूसरे संस्करण में इससे होने वाली कमाई में 40 फीसदी से भी ज्यादा का इजाफा होगा।
लेकिन विज्ञापन जगत के सूत्रों के मुताबिक आईपीएल को विदेश में आयोजित कराने के फैसले से इस साल कंपनियां स्टेडियम के अंदर विज्ञापन कराने में दिलचस्पी नहीं दिखाएंगी। इसके बजाय टेलीविजन के जरिये 500 करोड़ रुपये के विज्ञापन आने की उम्मीद जताई जा रही है।
आईपीएल के सहप्रायोजकों में से एक हैवल्स इंडिया में मार्केटिंग और कम्युनिकेशन के निदेशक विजय नारायणन कहते हैं, ‘हमने हर स्टेडियम में विज्ञापन के लिए 7 से 8 करोड़ रुपये का बजट तय किया था। लेकिन अब हम ऐसा नहीं कर रहे हैं। टीवी पर दिए जाने वाले विज्ञापनों के बारे में भी पुनिर्विचार किया जा रहा है।’
आईपीएल से जुड़े एक और अहम प्रायोजक रीबॉक के सुर भी कुछ हैवल्स जैसे ही हैं। स्पोर्ट्स और फिटनेस उत्पादन बनाने वाली यह दिग्गज कंपनी आईपीएल के दूसरे संस्करण में प्रचार पर 15 से 20 फीसदी कम खर्च करने जा रही है।
रीबॉक इंडिया में मार्केटिंग के कार्यकारी निदेशक शाजिद अमीन ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘विदेश में आईपीएल आयोजित होने से इसका असर फीका रहेगा। पिछले साल स्टेडियम के अंदर विज्ञापन के जरिये हमें काफी फायदा हुआ था और हमारी बिक्री काफी बढ़ी थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा।’
रीबॉक आईपीएल की किंग्स इलेवन पंजाब, कोलकाता नाइट राइडर्स, बेंगलुरु की रॉयल चैलेंजर्स और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीमों के साथ भी जुड़ी है। इन कंपनियों के अलावा कई दूसरी प्रायोजक कंपनियां भी अपनी रणनीति पर दोबार सोच विचार कर रही हैं।
मीडिया एजेंसी जेनिथ ऑप्टिमीडिया के प्रबंध निदेशक (दक्षिण और पूर्व क्षेत्र) पवन चंद्रा कहते हैं, ‘जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाते तब तक अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा।’
दक्षिण अफ्रीका के नाम पर लगी मुहर
आईपीएल के दूसरे संस्करण के लिए दक्षिण अफ्रीका के नाम पर लगभग मुहर लग गई है। सूत्रों के मुताबिक आईपीएल 17 अप्रैल से शुरू होगा और 24 मई तक चलेगा। दक्षिण अफ्रीका के 8 स्टेडियमों में सभी मैच खेले जाएंगे।