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ISRO ने किया अपने सबसे भारी रॉकेट इंजन का परीक्षण

Last Updated- December 11, 2022 | 12:47 PM IST

तमिलनाडु में महेंद्रगिरि में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) के प्रोपलशन कॉम्प्लेक्स (IPRC) के ‘हाई एल्टिट्यूड टेस्ट’ केंद्र में सीई-20 इंजन की उड़ान संबंधी परीक्षण किया गया। यह इसरो के सबसे भारी रॉकेट का इंजन है। 

इसरो ने बताया कि यह इंजन LVM 3- M 3 मिशन के लिए निर्धारित किया गया है जिसके तहत वनवेब इंडिया-1 के अगले 36 उपग्रह को प्रक्षेपित किया जाएगा। 

सूत्रों ने बताया कि लंदन स्थित उपग्रह संचार कंपनी ‘वनवेब’ के इन उपग्रहों को इसरो की व्यावसायिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटिड (NSIL) अगले साल की शुरुआत में प्रक्षेपित कर सकती है। 

NSIL द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC-SHAR) से 23 अक्टूबर को वनवेब के पहले 36 उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया था। इसके कुछ दिनों के बाद ही शुक्रवार को CE-20 इंजन का उड़ान संबंधी परीक्षण किया गया। 
LVM 3 इसरो का सबसे भारी रॉकेट है और यह चार टन श्रेणी के उपग्रह को भूसमकालिक कक्षा में भेजने में सक्षम है। 

First Published - October 29, 2022 | 1:19 PM IST

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