facebookmetapixel
ट्रंप का बड़ा ऐलान: विदेशों में बनी फिल्मों पर 100% टैरिफ, फर्नीचर इंडस्ट्री का भी जिक्रZoho का IPO अभी नहीं आएगा; फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने बताई वजहMoody’s ने भारत की रेटिंग बरकरार रखी, आउटलुक स्टेबल रखा; अर्थव्यवस्था के लिए क्या हैं इसके मायने?स्टॉक्स और MF से आगे: Reits, AIFs, क्रिप्टो, कलेक्टिबल्स में निवेश के नए मौकेNFO: मोतीलाल ओसवाल एमएफ ने उतारा कंजम्पशन फंड, ₹500 से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाबिजली वितरण कंपनियों का FY26 घाटा एक-तिहाई घटकर ₹8,000-10,000 करोड़ पर आने का अनुमानअमेरिका के H-1B शुल्क बढ़ोतरी के बीच कनाडा का टेक टैलेंट आकर्षित करने का नया दांवअगस्त में भारत का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 4% बढ़ा, माइनिंग और पावर सेक्टर ने दिखाई रफ्तारतीन महीने में 65% चढ़ गया Smallcap स्टॉक, ब्रोकरेज ने कहा- अभी सिर्फ शुरुआत, ₹190 तक जाएगा भावप्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? ऐसे कर सकते हैं अतिरिक्त बचत

MSME 2024 में आशावादी, अनुकूल कारोबारी माहौल के बीच मुनाफे पर नजर

नियोग्रोथ की रिपोर्ट के अनुसार 60 फीसदी एमएसएमई ने 2023 के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लिए हैं।

Last Updated- January 10, 2024 | 10:27 PM IST
MSMEs should register on 'Udyam' portal for loan eligibility: RBI Deputy Governor ऋण पात्रता के लिए एमएसएमई 'उद्यम' पोर्टल पर पंजीकरण कराएंः आरबीआई डिप्टी गवर्नर

लघु उद्योगों को चालू कलेंडर वर्ष से काफी उम्मीदें हैं। फिनटेक लेंडर नियोग्रोथ की रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता मांग बढ़ने और देश में अनुकूल कारोबारी माहौल के चलते 10 में से 9 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को आशा है कि वे वर्ष 2024 में लाभ अर्जित करेंगे।

रिपोर्ट में जिन एमएसएमई से बात की गई, उनमें से अधिकांश ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम स्किल इंडिया जैसी तमाम सरकारी योजनाओं से उन्हें काफी लाभ हुआ है।

नियोग्रोथ की रिपोर्ट के अनुसार 60 फीसदी एमएसएमई ने 2023 के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। सभी क्षेत्रों में सक्रिय एमएसएमई में हर दस में से छह का कहना था कि उन्हें 2024 में अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता होगी।

होलसेल अथवा ट्रेडिंग सर्विस सेक्टर सबसे अधिक ऋण की जरूरत महसूस कर रहा है। इस वर्ष कंपनियां ऐसे ऋणदाताओं को अधिक पसंद कर रही हैं, जो ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए जल्द से जल्द ऋण उपलब्ध करा दें।

रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि 44 फीसदी एमएसएमई इस वर्ष और कर्मचारियों की भर्ती करना चाहती हैं, जबकि 18 प्रतिशत अपने कर्मचारियों की संख्या घटाना चाहती हैं। मुंबई की न्योग्रोथ कंपनी ने 25 शहरों के लगभग 3000 उद्यमियों से बात कर यह रिपोर्ट तैयार की है।

नियोग्रोथ के प्रबंधन निदेशक और सीईओ अरुण नायर ने कहा, ‘भारत के विकास में लघु उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। हम उनकी कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए समय पर पूंजी उपलब्ध कराने से पीछे नहीं हटेंगे।’

First Published - January 10, 2024 | 10:27 PM IST

संबंधित पोस्ट