इंडसइंड बैंक की प्रवर्तक इंडसइंड इंटरनैशनल होल्डिंग्स ने 1.5 अरब डॉलर जुटाने की योजना बनाई है। इस पैसे से इंडसइंड इंटरनैशनल (आईआईएचएल) निजी क्षेत्र के बैंक में अपनी हिस्सेदारी 15 फीसदी से बढ़ाकर 26 फीसदी करेगी। इसके साथ ही दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण में भी इस पैसे का उपयोग किया जाएगा। रिलायंस कैपिटल के ज्यादातर ऋणदाताओं ने हिंदुजा समूह की कंपनी की पेशकश के पक्ष में मतदान किया है।
इंडसइंड इंटरनैशनल
होल्डिंग्स ने बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं एवं बीमा क्षेत्र में अपने भारतीय कारोबार के विस्तार के लिए रणनीतिक निर्णय किया है। यह रणनीतिक निर्णय भारत तथा अन्य देशों में बैंक, वित्तीय सेवा तथा बीमा क्षेत्र में आईआईएचएल के कारोबार के विस्तार का अवसर प्रदान करेगा।
आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक पी हिंदुजा ने कहा कि आईआईएचएल पर पूंजी का दबाव नहीं है और उसे पैसे जुटाने में कोई समस्या नहीं आएगी। इंडसइंड बैंक के प्रवर्तक भारतीय रिजर्व बैंक के उचित और उपयुक्त मानदंड के मूल्यांकन के आधार पर बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने चरणद्ध तरीके से पूंजी जुटाने का निर्णय किया है ताकि जब पूंजी निवेश की जरूरत होगी, पैसे जुटाए जा सकते हैं।
वित्त वर्ष 2023 में इंडसइंड बैंक का शद्ध मुनाफा इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 46 फीसदी बढ़कर 2,043 करोड़ रुपये रहा। मार्च 2023 के अंत तक बैंक का ऋण आवंटन सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपये और जमाएं 15 फीसदी बढ़कर 3.36 लाख करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2023 के अंत तक बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 17.86 फीसदी रहा। रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण का जिक्र करते हुए आईआईएचएल ने कहा कि कंपनी के प्रशासक ने हस्ताक्षरित आशय पत्र जारी किया है।
दिवालिया प्रक्रिया का सामना कर रही रिलायंस कैपिटल के दूसरे दौर की नीलामी में आईआईएचएल अकेली बोलदाता थी और उसने 9,650 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है। रिलायंस कैपिटल बीमा, ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन और ब्रोकिंग आदि कारोबार से जुड़ी है।
वैश्विक सॉवरिन/निजी इक्विटी फंडों ने आईआईएचएल के वृद्धि गाथा में भागीदारी करने की दिलचस्पी दिखा है। कंपनी अगले साल सूचीबद्ध हो सकती है। आईआईएचएल ने हाल ही में बहामास के एक बैंक में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।
इसे मॉरीशस में भी बैंकिंग लाइसेंस की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। इससे कंपनी को नया बैंक शुरू करने या अधिग्रहण करने का अवसर मिला है। आईआईएचएल परिसंपत्ति प्रबंधन और वेल्थ प्रबंधन कारोबार के अधिग्रहण की प्रक्रिया में है ताकि उसकी बैंक, वित्तीय सेवा और बीमा क्षेत्र में अच्छी मौजूदगी हो सके।