इंडिगो के बेड़े का विस्तार लक्ष्य के अनुरूप किया जाएगा और वित्त वर्ष 2023 के लिए क्षमता वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला समस्याओं के बावजूद कोविड-पूर्व समय के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक रहेगी। आपूर्ति श्रृंखला समस्याओं की वजह से विमानों, इंजनों, सीटों और अन्य कलपुर्जों की डिलिवरी में विलंब हुआ है।
इंडिगो को निर्माता प्रैट ऐंड व्हिटनी द्वारा इंजन एवं कलपुर्जों की आपूर्ति में विलंब की वजह से अपने 276 में से 20 विमानों का परिचालन बंद करने के लिए बाध्य होना पड़ा है। इससे नए विमान की पेशकश में भी देरी हुई है।
हालांकि इस महीने के शुरू में कंपनी प्रबंधन ने लीज पर लिए पुराने विमानों को जल्द लौटाने का संकेत दिया था, लेकिन इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी रोनोजय दत्ता ने शुक्रवार को कहा कि एयरलाइन के पास विमानों की वापसी प्रक्रिया धीमी करने के लिए लीज अवधि बढ़ाने का अवसर है। इससे वह मौजूदा क्षमता स्तर बनाए रखने में सक्षम होगी। अक्सर, इंडिगो किसी विमान को 6 साल के पट्टे पर लेती है और उसे अवधि समाप्त होने पर वापस लौटाती है। पुराने एयरबस ए320 विमान कम ईंधन किफायती हैं और इनमें नए एयरबस ए320नियो विमानों के मुकाबले ज्यादा रखरखाव खर्च आता है।
दत्ता ने कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को बताया, ‘भले ही हमें क्षमता को लेकर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हम इसे लेकर सहज स्थिति में हैं कि हमारे बेड़े का विस्तार हमारी योजनाओं के अनुरूप होगा। वित्त वर्ष 2023 के लिए हमारी क्षमता कोविड-पूर्व अवधि के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक रहेगी। यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हम इस लक्ष्य को आसानी से पूरा करने में सक्षम हो सकते हैं।’
हालांकि इंडिगो 2023 के अंत तक अपने बेड़े में धीमी गति से वृद्धि कर पाएगी और वह सीट क्षमता में इजाफा करेगी, क्योंकि एयरलाइन अब ज्यादा क्षमता (232 सीट) वाले एयरबस ए321 विमान को शामिल कर रही है।
दत्ता ने कहा कि इंडिगो ने अपना वैश्विक नेटवर्क बढ़ाने की योजना बनाई है, लेकिन मौजूदा समय में विमान उपलब्ध नहीं होने की वजह से यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम और अधिक विमान चाहते हैं। हमारी नजर तेल अवीव, नैरोबी और बाली जैसे स्थानों पर है और हम जल्द ही वहां मौजूद होंगे।’
