रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का संचयी शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में मामूली बढ़ा और यह बाजार की उम्मीद से कम रहा।
एचयूएल का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में महज 1.4 फीसदी बढ़कर 2,509 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,474 करोड़ रुपये था।
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी की बिक्री वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 2 फीसदी बढ़ी है जबकि आय 0.3 फीसदी घटकर 15,294 करोड़ रुपये रही। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने एयचूएल की आय 15,642.2 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 2,572.7 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
कंपनी के एबिटा में भी गिरावट आई है और यह 3,540 करोड़ रुपये रहा जबकि अनुमान 3,734.2 करोड़ रुपये रहने का था।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से तुलना करें तो तीसरी तिमाही में एचयूएल की आय 0.5 फीसदी घटी है और मुनाफे में 5.5 फीसदी कमी रही है। दिसंबर तिमाही के दौरान भी ग्रामीण बाजारों में कमजोर मांग की चिंता बनी रही।
एचयूएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी ऋतेश तिवारी ने कहा कि असामान्य मॉनसून का असर खरीफ पैदावार पर पड़ रहा है जिससे ग्रामीण आय प्रभावित हुई है। हालांकि एफएमसीजी कंपनी ने उम्मीद जताई कि सरकारी खर्च बढ़ने और रबी फसल अच्छी रहने से मांग में धीरे-धीरे सुधार होगा।
एचयूएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी रोहित जावा ने कहा, ‘ग्रामीण आय में वृद्धि और रबी फसल की पैदावार मांग में आगे सुधार के लिए अहम कारक होंगे। हम दीर्घावधि में भारतीय एफएमसीजी उद्योग की क्षमता को लेकर आश्वस्त हैं और एचयूएल अल्पावधि की चुनौतियों से निपटते हुए इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार है।’