देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 3.7 फीसदी घटकर 2,464 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,558 करोड़ रुपये था। कंपनी का मुनाफा विश्लेषकों के अनुमान से कम रहा। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी की वॉल्यूम वृद्धि 2 फीसदी रही। इस दौरान कंपनी की आय 3 फीसदी बढ़कर 15,670 करोड़ रुपये रही। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने कंपनी की आय 15,200.4 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 2,487.2 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
एचयूएल के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक रोहित जावा ने कहा, ‘भविष्य को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि मांग की स्थिति में अगले वित्त वर्ष में धीरे-धीरे सुधार होगा।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का कर पूर्व मुनाफा 1.4 फीसदी घटकर 3,789 करोड़ रुपये रहा। तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में कंपनी की आय 0.9 फीसदी कम रही जबकि शुद्ध मुनाफे में 17.4 फीसदी की गिरावट आई। जावा ने कहा, ‘हम अल्पावधि में सुधार की गति और व्यापक आर्थिक परिदृश्य पर पैनी नजर रखते हैं। हम मध्यम से लंबी अवधि में भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में अवसर और एचयूएल की प्रतिस्पर्धात्मक रूप से बढ़ने की क्षमता के प्रति आश्वस्त हैं।’
एचयूएल के कार्यकारी निदेशक (वित्त एवं आईटी) और मुख्य वित्त अधिकारी रितेश तिवारी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही से बेहतर होगी।’ मूल्य वृद्धि के बारे में तिवारी ने कहा कि यदि जिंसों की कीमतें मौजूदा स्तर पर बनीं रहीं तो कंपनी को उम्मीद है कि उत्पादों के दाम निचले एक अंक के दायरे में बढ़ सकते हैं। मार्जिन के बारे में उन्होंने कहा कि इसे 22 से 23 फीसदी के दायरे में बरकरार रखा जाएगा।
जावा ने कहा, ‘हमें लगता है कि यह सीपीजी (उपभोक्ता पैकेज्ड गुड्स) उद्योग के लिए वाकई अच्छा समय है। ग्रामीण बाजारों में काफी सुधार हुआ है। पिछली कुछ तिमाहियों में वे लचीले और मजबूत रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि मॉनसून अच्छा रहा है और आगामी मॉनसून सीजन में भी अच्छी बारिश का अनुमान है।