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Hindenburg Report: अदाणी ग्रुप के लिए खतरे की घंटी ! MSCI ने मांगा फीडबैक

Last Updated- January 28, 2023 | 7:53 PM IST
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सूचकांक प्रदाता MSCI ने शनिवार को कहा कि अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर भाव को गलत तरीके से बढ़ाए जाने का आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर उसने समूह की प्रतिभूतियों पर फीडबैक मांगा है।

MSCI ने कहा कि वह अदाणी समूह और उसकी कंपनियों के कामकाजी तौरतरीकों के बारे में आई इस रिपोर्ट से अवगत है। उसने एक बयान में कहा, ‘MSCI इस स्थिति के बारे में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचना पर करीबी नजर रखे हुए है।’ सूचकांक प्रदाता ने कहा, ‘MSCI वैश्विक निवेश-योग्य बाजार सूचकांक के लिए प्रासंगिक प्रतिभूतियों की योग्यता को प्रभावित कर सकने वाले कारकों एवं मौजूदा हालात पर हमारी निगाह है।’

उसने कहा कि वह इस मसले पर बाजार प्रतिभागियों से समयबद्ध फीडबैक आने का स्वागत करती है। वर्तमान में अदाणी समूह से जुड़ी आठ कंपनियां MSCI स्टैंडर्ड सूचकांक का हिस्सा हैं। बाजार जानकारों का मानना है कि कोई भी प्रतिकूल फीडबैक मिलने पर MSCI सूचकांक में अदाणी समूह की कंपनियों के भारांक को कम किया जा सकता है या फिर उसे सूचकांक से बाहर भी किया जा सकता है।

अगर इस तरह का कोई कदम उठाया जाता है तो फिर अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली और तेज हो सकती है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से दो कारोबारी दिनों में ही अदाणी समूह के बाजार पूंजीकरण में 4.17 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट आ चुकी है। हालांकि जानकारों को लगता है कि अदाणी समूह के बारे में बाजार प्रतिभागियों से फीडबैक आने और उसकी समीक्षा की प्रक्रिया पूरी न होने तक MSCI कोई भी कदम नहीं उठाएगी।

अमेरिका की ‘एक्टिविस्ट’ निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अदाणी समूह की कंपनियों ने शेयरों के भाव बढ़ाने के लिए गलत तरीके अपनाए हैं। इसके अलावा समूह की कंपनियों पर लेखांकन में धोखाधड़ी करने के आरोप भी लगाए गए हैं। यह रिपोर्ट अदाणी समूह की प्रतिनिधि कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज का अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) आने के ऐन पहले आई।

यह भी पढ़ें: Adani Group Shares: हिंडनबर्ग के सवालों से अदाणी ग्रुप के शेयर दूसरे दिन धड़ाम, निवेशकों के डूबे लाखों करोड़

कंपनी का FPO के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है लेकिन शुक्रवार को निर्गम खुलने पर भारी बिकवाली होने से कंपनी के शेयर काफी नीचे चले गए। अदाणी समूह ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि इसे गलत इरादे से उसके FPO को नुकसान पहुंचाने के मकसद से जारी किया गया है। इसके साथ ही उसने कानूनी विकल्प आजमाने पर विचार करने की भी बात कही है।

First Published - January 28, 2023 | 7:12 PM IST

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