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Gautam Adani के पास और कोई विकल्प नहीं, अपनी इस कंपनी के बेचने होंगे कम से कम 13% शेयर

इस खबर के बाद इंट्रा-डे ट्रेड में आज BSE पर, अदाणी विल्मर का शेयर 2.1 प्रतिशत तक चढ़ गया और सोमवार को 1.58 प्रतिशत बढ़कर 366.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ।

Last Updated- September 16, 2024 | 6:47 PM IST
Adani Group

Adani Wilmar stake sale: देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों में से एक अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd.) और विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड (Wilmar International Ltd.) को शेयरहोल्डिंग नियमों का पालन करने के लिए अपने कंज्यूमर ज्वाइंट वेंचर (consumer joint venture) अदाणी विल्मर लिमिटेड (Adani Wilmar Ltd.) में कम से कम 13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचनी होगी। कंपनी हिस्सेदारी की बिक्री अगले महीने से शुरू कर सकती है।

अदाणी विल्मर के प्रमोटर 13% हिस्सेदारी बेचने की बना रहे योजना

समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदाणी विल्मर के फाउंडर्स शेयरहोल्डिंग नियमों का पालन करने के लिए कंपनी में लगभग 13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं, जिसका सोमवार को बाजार बंद होने पर भाव लगभग 73.6 करोड़ डॉलर है। नियमों के मुताबिक, शेयर बाजार में लिस्टिंग के तीन साल के भीतर कंपनी में कम से कम 25 प्रतिशत हिस्सेदारी आम निवेशकों के पास होनी चाहिए ताकि बाजार में खरीदने और बेचने के लिए पर्याप्त मात्रा में शेयर उपलब्ध रहे।

हिस्सेदारी बेचने की खबर से अदाणी विल्मर के शेयरों में आया उछाल

इस खबर के बाद इंट्रा-डे ट्रेड में आज BSE पर, अदाणी विल्मर का शेयर 2.1 प्रतिशत तक चढ़ गया और सोमवार को 1.58 प्रतिशत बढ़कर 366.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस साल शेयरों में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य (MCap) 5.7 अरब डॉलर हो गया है। इसकी तुलना में बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स लगभग 15 प्रतिशत बढ़ गया है।

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फरवरी तक बेचनी होगी हिस्सेदारी

अरबपति गौतम अदाणी के ग्रुप और विल्मर के पास अदाणी विल्मर में लगभग 44 प्रतिशत हिस्सेदारी है, इस तरह कंपनी में प्रमोटरों की कुल हिस्सेदारी करीब 88  प्रतिशत है। फरवरी में कंपनी की लिस्टिंग के तीन साल पूरे हो जाएंगे। इसलिए प्रमोटरों को इस अवधि तक अपनी हिस्सेदारी को घटाकर 75 प्रतिशत तक कम करने की आवश्यकता है।

अदाणी ग्रुप और विल्मर विनिवेश पर कर रही चर्चा

ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि हिस्सेदारी फरवरी तक एक या दो किस्तों में बेची जा सकती है और सलाहकार जल्द ही अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया के साथ-साथ भारत में निवेशकों से मिलना शुरू कर देंगे। सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर  विचार-विमर्श जारी है और फिलहाल कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

ब्लूमबर्ग की 18 जुलाई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेफरीज फाइनेंशियल ग्रुप इंक, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स विनिवेश योजनाओं पर अदाणी एंटरप्राइजेज और विल्मर के साथ काम कर रहे हैं।

First Published - September 16, 2024 | 6:47 PM IST

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