अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि उनकी कंपनी ने हर चुनौती को अवसर में बदला और आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और अटूट है। उन्होंने घोषणा की कि अगले पांच साल में ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों में 15 से 20 अरब डॉलर का निवेश करेगा। यह बयान अदाणी एंटरप्राइजेज की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में आया है, जिसमें उन्होंने ग्रुप की मजबूत वित्तीय स्थिति और रिकॉर्ड मुनाफे पर जोर दिया।
पिछले कुछ साल अदाणी ग्रुप के लिए आसान नहीं रहे। जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए, जिसे उन्होंने ‘कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला’ करार दिया। इसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई और 150 अरब डॉलर से ज्यादा का बाजार मूल्य खत्म हो गया। ग्रुप को अपना सबसे बड़ा पब्लिक ऑफर भी रद्द करना पड़ा। हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों ने अदाणी और उनके सहयोगियों पर रिश्वतखोरी और अमेरिकी निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया। हालांकि, अदाणी ने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि ग्रुप के खिलाफ कोई भी भ्रष्टाचार या कानून तोड़ने का ठोस सबूत नहीं है।
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इन चुनौतियों के बावजूद अदाणी ग्रुप ने शानदार वापसी की। ग्रुप ने अपना कर्ज कम किया, प्रमोटरों के गिरवी शेयर घटाए और बड़े निवेशकों का भरोसा जीता। अदाणी पावर ने 100 अरब यूनिट बिजली उत्पादन किया और 2030 तक 31 गीगावाट क्षमता का लक्ष्य रखा। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने 14 गीगावाट से ज्यादा नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल की और गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा 30 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट बना रहा है। अदाणी पोर्ट्स ने 450 मिलियन टन कार्गो हैंडल किया, जो देश में 27% बाजार हिस्सेदारी दर्शाता है। इसके अलावा, ग्रुप डेटा सेंटर, सिटी गैस, और मुंबई के धारावी स्लम पुनर्विकास जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है।
अदाणी ने कहा, “हमारी ताकत भारत के सपनों से जुड़ी है। हर मुश्किल हमें और मजबूत बनाती है।” उन्होंने जोर दिया कि ग्रुप का गवर्नेंस वैश्विक स्तर का है और कानूनी प्रक्रियाओं में पूरा सहयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ग्रुप की कंपनियों ने 2024-25 में रिकॉर्ड मुनाफा कमाया, जो इसकी दृढ़ता और विकास की कहानी बयां करता है।
(एजेंसी के इनपुट के साथ)