अरबपति गौतम अदाणी के नेतृत्व वाली अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने शनिवार को एक बड़ी घोषणा की। कंपनी ने 4,300 करोड़ रुपये (लगभग 502 मिलियन डॉलर) जुटाने के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। यह राशि ‘क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट’ (QIP) के जरिए एक या अधिक चरणों में जुटाई जाएगी। कंपनी ने इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी।
अदाणी समूह की कंपनियां, जिनका कारोबार बंदरगाहों से लेकर हरित ऊर्जा तक फैला हुआ है, धीरे-धीरे निवेशकों का भरोसा फिर से हासिल कर रही हैं। पिछले साल अमेरिका में समूह के संस्थापक पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद निवेशकों का भरोसा डगमगाया था। लेकिन अब समूह की कंपनियां मजबूत वित्तीय रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रही हैं।
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अदाणी समूह ने हाल ही में अपनी कंपनियों के लिए बड़े पैमाने पर फंड जुटाए हैं। अप्रैल में समूह ने एक अधिग्रहण के लिए लगभग 750 मिलियन डॉलर जुटाए, जिसमें ब्लैकरॉक इंक ने बॉन्ड इश्यू का लगभग एक-तिहाई हिस्सा लिया। इसके अलावा, पिछले हफ्ते अदाणी समूह की बंदरगाह इकाई ने DBS ग्रुप होल्डिंग्स लिमिटेड से 150 मिलियन डॉलर का द्विपक्षीय ऋण (Bilateral Loan) हासिल किया।
मार्च में फिच रेटिंग्स ने अदाणी एनर्जी को रेटिंग वॉच से हटाकर निगेटिव आउटलुक के साथ रेटिंग दी। फिच ने अपने बयान में कहा कि अमेरिकी भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अदाणी समूह ने पर्याप्त फंडिंग हासिल करने की क्षमता दिखाई है। इसका मतलब है कि समूह की नकदी से जुड़े जोखिम अब कम हो रहे हैं।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की यह नई फंडिंग योजना समूह की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने की दिशा में एक कदम है। निवेशक और एक्सपर्ट्स इस कदम को समूह के भविष्य के विस्तार और परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
(एजेंसी के इनपुट के साथ)