facebookmetapixel
Luxury Cars से Luxury Homes तक, Mercedes और BMW की भारत में नई तैयारीFiscal Deficit: राजकोषीय घाटा नवंबर में बजट अनुमान का 62.3% तक पहुंचाAbakkus MF की दमदार एंट्री: पहली फ्लेक्सी कैप स्कीम के NFO से जुटाए ₹2,468 करोड़; जानें कहां लगेगा पैसाYear Ender: युद्ध की आहट, ट्रंप टैरिफ, पड़ोसियों से तनाव और चीन-रूस संग संतुलन; भारत की कूटनीति की 2025 में हुई कठिन परीक्षाYear Ender 2025: टैरिफ, पूंजी निकासी और व्यापार घाटे के दबाव में 5% टूटा रुपया, एशिया की सबसे कमजोर मुद्रा बनाStock Market 2025: बाजार ने बढ़त के साथ 2025 को किया अलविदा, निफ्टी 10.5% उछला; सेंसेक्स ने भी रिकॉर्ड बनायानिर्यातकों के लिए सरकार की बड़ी पहल: बाजार पहुंच बढ़ाने को ₹4,531 करोड़ की नई योजना शुरूVodafone Idea को कैबिनेट से मिली बड़ी राहत: ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर लगी रोकYear Ender: SIP और खुदरा निवेशकों की ताकत से MF इंडस्ट्री ने 2025 में जोड़े रिकॉर्ड ₹14 लाख करोड़मुंबई में 14 साल में सबसे अधिक संपत्ति रजिस्ट्रेशन, 2025 में 1.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स दर्ज

Apple को झटका, Foxconn टेक्नॉलजीज ने इंजीनियरों को चीन लौटने के लिए कहा

फॉक्सकॉन के इस कदम से 'आईफोन 17' तैयार होने की योजना खटाई में पड़ सकती है। ऐपल सितंबर मध्य तक 'आईफोन 17' बाजार में पेश करना चाह रही है।

Last Updated- July 02, 2025 | 11:17 PM IST
Foxconn

भारत में कारोबार फैलाने की ऐपल की योजना को करारा झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि फॉक्सकॉन टेक्नॉलजीज ग्रुप ने भारत में आईफोन संयंत्रों में काम करने वाले चीन के इंजीनियरों को स्वदेश लौट जाने के लिए कह दिया है। फॉक्सकॉन के इस कदम से ‘आईफोन 17’ तैयार होने की योजना खटाई में पड़ सकती है। ऐपल सितंबर मध्य तक ‘आईफोन 17’ बाजार में पेश करना चाह रही है।

सूत्रों का कहना है कि संभवतः चीन सरकार के निर्देश के बाद फॉक्सकॉन ने यह फैसला लिया होगा। चीन सरकार भारत में ‘आईफोन 17’ जैसे नए फोन बनाने में इस्तेमाल होने वाली स्मार्टफोन मशीन के आयात की मंजूरी देने में पहले से ही आनाकानी कर रही है। इन दोनों कारणों से भारत में आईफोन बनाने के लिए जरूरी प्रशिक्षण कार्यों पर भी असर हो सकता है।

इसके साथ चीन से विनिर्माण तकनीक के हस्तांतरण की प्रक्रिया को भी झटका लग सकता है और उत्पादन लागत बढ़ जाएगा वह अलग। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने इस मामले पर ऐपल के प्रवक्ता से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की मगर समाचार लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया।

दिलचस्प बात है कि फॉक्सकॉन ने 15 जुलाई तक भारत में 1,000 नए कर्मचारियों की भर्ती की योजना तैयार रखी थी। एक सूत्र ने कहा कि इन नई भर्तियों के साथ इसके कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 40,000 तक पहुंच जाती। उद्योग जगत के सूत्रों ने खुलासा किया कि फॉक्सकॉन चीन के तकनीकी विशेषज्ञों की जगह वियतनाम के इंजीनियरों को नियुक्त कर सकती है।

अपने इंजीनियरों को वापस बुलाने के चीन सरकार के कदम के पीछे उसकी संरक्षणवादी मानसिकता हो सकती है। वहां की सरकार भारत को तकनीक हस्तांतरण एवं उपकरणों के निर्यात में भी अड़ंगा लगा रही है।

फॉक्सकॉन के इस कदम पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमें इससे कोई खास दिक्कत होती नहीं दिख रही है। फॉक्सकॉन चीन और ताइवान से नियमित रूप तकनीशियन बुलाती रहती है। हमारे पास पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित लोग हैं। कई कंपनियों ने स्थानीय स्तरों पर मशीनें बनानी भी शुरू कर दी हैं। चीन के इंजीनियरों के जाने से अधिक से अधिक एक महीने तक उत्पादन में बाधा आएगी मगर इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा।’

समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने भी यह खबर चलाई थी कि फॉक्सकॉन ने भारत में आईफोन संयंत्रों में काम करने वाले चीन के सैकड़ों इंजीनियरों एवं तकनीशियनों को स्वदेश लौट जाने के लिए कहा है।

ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक ने आईफोन तैयार करने में चीन के इंजीनियरों एवं तकनीशियनों के हुनर की खूब तारीफ की थी। ब्लूमबर्ग की खबर के अनुसार कुक ने कहा था कि कम लागत के अलावा चीन के इंजीनियरों एवं तकनीशियनों के हुनर को देखते हुए भी ऐपल के ज्यादातर संयंत्र चीन में लगाए गए थे।

ऐपल 2025 में आईफोन के 4 नए मॉडल ला सकती है जिनमें आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो, आईफोन 17 प्रो मैक्स और आईफोन 17 एयर शामिल हैं। ऐपल भारत के संयंत्रों से 2026 तक 40 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन तैयार करना चाहती है।

First Published - July 2, 2025 | 11:08 PM IST

संबंधित पोस्ट