जर्मनी की एक अदालत ने ऑडी (Audi) के पूर्व मुख्य कार्याधिकारी रूपर्ट स्टेडलर को कार निर्माता कंपनी के डीजल उत्सर्जन घोटाले के सिलसिले में मंगलवार को धोखाधड़ी करने का दोषी ठहराया। स्टेडलर अवैध सॉफ्टवेयर की मदद से उत्सर्जन परीक्षणों में धोखाधड़ी करने वाली कारों के मामले में दोषी पाए गए सर्वोच्च पद के कार्याधिकारी बन गए हैं।
जर्मनी की एक अदालत ने स्टेडलर को 21 महीनों की ‘निलंबित जेल की सजा सुनाई और उन्हें जुर्माने के तौर पर 11 लाख यूरो का भुगतान करने के लिए कहा। इसमें से कुछ राशि जन कल्याण के लिए काम करने वाले समूहों को दी जाएगी। यह फैसला उनके वकील, न्यायाधीश और अभियोजक के बीच एक समझौते का परिणाम है।
स्टेडलर ने पिछले महीने अदालत में अपना जुर्म कबूल कर लिया था। ‘वोक्सवैगन’ के लक्जरी विभाग के पूर्व प्रमुख ने अपनी गलती मानी और घोटाला के सार्वजनिक होने के बावजूद धांधली वाली कारों को बाजार से दूर रखने में अपनी विफलता के लिए खेद व्यक्त किया।
स्टेडलर पर अभियोजकों द्वारा धोखाधड़ी और झूठे प्रमाणीकरण का आरोप लगाया गया था, जिन्होंने कहा था कि अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी द्वारा सितंबर 2015 में वोक्सवैगन और ऑडी में धोखाधड़ी का खुलासा होने बावजूद उन्होंने धांधली करने वाले सॉफ्टवेयर से युक्त कारों की बिक्री को जारी रखा। उनको वर्ष 2018 में चार महीने के लिए हिरासत में लिया गया था। इसी वर्ष के अंत में उन्होंने ऑडी के प्रमुख और ‘वोक्सवैगन’ बोर्ड के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था।