बीएस बातचीत
कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के शुरुआती दिनों में टर्म पॉलिसियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी लेकिन अब ऐसा लगता है कि शुरुआती उत्साह थोड़ा ठंडा पड़ गया है। बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के एमडी एवं सीईओ तरुण चुघ ने सुब्रत पांडा से हुई बातचीत में दूसरी तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन के बारे में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक महामारी और कोविड संबंधी अचानक मृत्यु के दावों में वृद्धि को देखते हुए कंपनी ने कुछ रणनीतिक बदलाव किए हैं। पेश हैं मुख्य अंश:
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान नए प्रीमियम में गिरावट के बाद दूसरी तिमाही जीवन बीमा उद्योग के लिए बेहतर रही थी। आगे का परिदृश्य कैस रहेगा?
नए प्रीमियम के लिहाज से पहली तिमाही नकारात्मक रही थी। हमारे लिए (बजाज आलियांज लाइफ) पहली तिमाही स्थिर रही थी। दूसरी तिमाही हमारे लिए और उद्योग के लिए भी कहीं बेहतर दिख रही है। जुलाई में हमने 29 फीसदी वृद्धि दर्ज की है और अगस्त में वृद्धि 13 फीसदी रही जबकि सितंबर में वृद्धि 15 से 20 फीसदी के दायरे में रहने का अनुमान है। हमारे नए ग्राहकों की संख्या बढ़ती रहेगी क्योंकि जीवन बीमा का चलन अब बढ़ गया है। हम उम्मीद करते हैं कि तीसरी तिमाही पहली के मुकाबले काफी बेहतर रहेगी। वृद्धि के मोर्चे पर यदि कोई नरमी दिखेगी तो वह मामूली होगी।
उपभोक्ताओं के बीच किन पॉलिसियों के लिए अधिक मांग दिख रही है?
यूलिप की मांग में गिरावट पूरे उद्योग के लिए दिख रहा है जिसमें हम भी शामिल हैं। लेकिन गारंटी वाली श्रेणियों में वृद्धि दिख रही है क्योंकि ग्राहक किसी भी तरह का बाजार जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। गारंटी वाली श्रेणी में जीवन बीमा कंपनियां सावधि जमा के मुकाबले बेहतर कर बाद रिटर्न देने में समर्थ होते हैं। परिणामस्वरूप वे पॉलिसियां काफी बेहतर दिखती हैं। इसलिए शुद्ध रूप से सावधि जमा योजनाओं और गारंटी वाली पॉलिसियों के प्रति काफी आकर्षण दिख रहा है।
वैश्विक महामारी के शुरुआती दिनों में टर्म पॉलिसियों की मांग काफी दिख रही थ। अब कैसी स्थिति है?
टर्म पॉलिसियों के बारे में शुरुआती उत्साह अब ठंडा पडऩे लगा है। पहली तिमाही के दौरान उसके बारे में काफी पूछताछ की गई थी। अब उसकी रफ्तार सुस्त पड़ चुकी है लेकिन वह पिछले साल की तुलना में अब भी बेहतर है। दूसरी तिमाही के आंकड़ों में भी यही रुझान दिखता है।
वैश्विक महामारी के दौरान बजाज आलियांज लाइफ ने अपने कारोबार को किसी प्रकार प्रबंधित किया है?
ग्राहकों के लिए हम जिस तरह से जीवन के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं वे अब बदल गए हैं। हमने पाया कि ग्राहक अब बाजार जोखिम बिल्कुल भी नहीं लेना चाहते हैं, उनकी नजर कमाई पर नहीं है बल्कि वे अपनी पूंजी को बचाने और जोखिम से सुरक्षा पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। इसलिए हम उन पॉलिसियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो अधिक प्रतिफल और गारंटी पर आधारित हैं।
आईआरडीएआई ने एक मानक टर्म पॉलिसी लाने पर विचार कर रहा है। इस पर आप क्या कहेंगे?
मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छा विचार है। आईआरडीएआई ने चीजों को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं और यह भी उसी ओर उठाया गया एक कदम है। इससे रिटेल और ग्रुप स्टैंडर्ड पॉलिसियों को वास्तव में काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा यह पैठ बढ़ाने में भी मदद करेगा, विशेष तौर पर उन लोगों के लिए जो कोविड के दौरान बीमा कवर लेना चाहते हैं। इसलिए इसकी कुछ विशेषताओं के बारे में बीमा नियामक बात कर रहा है जिनसे ग्राहकों मदद मिलेगी। साथ ही इसकी एक विशेषता यह भी होगी जिससे एमएसएमई को प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने में मदद मिलेगी।
कोरोनावायरस संबंधी मृत्यु के दावों में कैसा रुझान दिख रहा है?
हम कोविड संबंधी मृत्यु के दावों में अचानक तेजी देख रहे हैं। 31 जुलाई तक हमारे पास ऐसे केवल 90 दावे थे लेकिन अगले 45 दिनों में यह संख्या बढ़कर 240 हो गई। इसलिए समस्या अब बढऩे लगी है और हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है।