facebookmetapixel
‘नो PUC नो फ्यूल’ नियम से पहले दिल्ली में अफरा-तफरी, 24 घंटे में 31 हजार से ज्यादा PUC सर्टिफिकेट जारीSBI, PNB, केनरा से लेकर IOB तक ने लोन की दरों में कटौती की: आपके लिए इसका क्या मतलब है?Ola-Uber की बढ़ी टेंशन! दिल्ली में लॉन्च हो रही Bharat Taxi, ₹30 में 4 किमी का सफरExplainer: ओमान के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता, अबतक 17 करार; भारत FTA पर क्यों दे रहा है जोर?खत्म नहीं हो रही इंडिगो की समस्या! अब CCI ने शिकायत पर उड़ानों में रुकावट को लेकर शुरू की जांचIndia-Oman FTA: भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौता, 98% भारतीय निर्यात को ड्यूटी-फ्री पहुंचबिहार में ग्रीन एनर्जी में ₹13,000 करोड़ का बड़ा निवेश, BSPGCL ने ग्रीनको एनर्जीज के साथ किया करारटैक्स डिपार्टमेंट ने ईमेल कर बड़े ट्रांजेक्शन और प्रॉपर्टी डील पर संदेह जताया है? जानें ऐसी स्थिति में क्या करेंचीन चुपचाप बना रहा दुनिया की सबसे ताकतवर चिप मशीन, जानिए अंदर की कहानीअब पर्स रखने की जरूरत नहीं! गूगल पे ने पहला UPI-पावर्ड डिजिटल क्रेडिट कार्ड किया लॉन्च, ऐसे करेगा काम

HUL से खरीद राेकेंगे वितरक! मार्जिन में बदलाव का विरोध

फेडरेशन का यह बयान एचयूएल द्वारा हाल ही में अपने वितरकों के लिए 100 शहरों में निश्चित और परिवर्तन योग्य मार्जिन में बदलाव किए जाने के बाद आया है।

Last Updated- December 29, 2023 | 10:57 PM IST
HUL Q1FY25 Results

वितरक हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के सामानों की खरीद रोकने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि वे कंपनी द्वारा लागू किए गए नए मार्जिन ढांचे से नाखुश हैं। वितरकों के महासंघ – ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (एआईसीपीडीएफ) के एक बयान में यह जानकारी दी गई है।

फेडरेशन का यह बयान एचयूएल द्वारा हाल ही में अपने वितरकों के लिए 100 शहरों में निश्चित और परिवर्तन योग्य मार्जिन में बदलाव किए जाने के बाद आया है। फेडरेशन ने बयान में कहा ‘चुनौतीपूर्ण समय और सुस्त वॉल्यूम वृद्धि के बीच वितरक मार्जिन कम करने के हिंदुस्तान यूनिलीवर के हालिया फैसले ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। एआईसीपीडीएफ इस कदम का कड़ा विरोध करता है।’

Also read: HUL: कंपनी ने वितरकों के निश्चित मार्जिन में कटौती की, परिवर्तन योग्य मार्जिन में किया इजाफा

बयान में यह भी कहा गया है कि बढ़े हुए परिवर्तन योग्य मार्जिन की पेशकश के साथ यह फैसला प्रबंधन रणनीति में बदलाव का संकेत देता है, जो पूरे वितरण नेटवर्क को खतरे में डाल सकता है। वितरकों को डर है कि उन पर उनके उचित मार्जिन से समझौता करने के लिए दबाव डाला जाएगा और ब्लैकमेल किया जाएगा। खबर लिखे जाने तक एचयूएल को भेजे गए ईमेल कोई जवाब नहीं आया।

एचयूएल ने अपने वितरकों के लिए निश्चित मार्जिन 3.9 प्रतिशत से घटाकर 3.3 प्रतिशत (या 60 आधार अंक) कर दिया है और अपने वितरकों के विभिन्न समूहों में परिवर्तन योग्य मार्जिन एक प्रतिशत से लेकर 1.3 प्रतिशत (100 से 130 आधार अंक) के दायरे में बढ़ा दिया है। यह बदलाव उन सभी श्रेणियों में किया गया है, जिनमें कंपनी परिचालन करती है।

एफएमसीजी कंपनियां आम तौर पर चार से छह प्रतिशत का निश्चित मार्जिन देती हैं, जबकि परिवर्तन योग्य मार्जिन प्रदर्शन के मापदंडों पर निर्भर करता है।

First Published - December 29, 2023 | 10:57 PM IST

संबंधित पोस्ट