अगर आप गर्मी की छुट्टियों के दौरान अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और दक्षिण पूर्व एशिया के किसी देश की सैर पर निकलने की योजना बना रहे हैं।
तो अपनी योजना को तुरंत अमलीजामा पहनाने की तैयारी कर दीजिए। दरअसल अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां किराये में काफी कमी करने जा रही हैं। जेट एयरवेज और एयरइंडिया जैसी कंपनियां बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना बना रही हैं। इसके चलते कुछ प्रमुख रूटों पर बड़ी क्षमता के जहाज लाए जा रहे हैं।
कंपनियां इस साल पिछले वर्ष के किराये की तुलना में 30 से 60 फीसदी की छूट दे रही हैं, जबकि पिछले साल गर्मियों का सीजन अपने चरम पर था तब भी विमानन कंपनियों ने 10 से 15 फीसदी से अधिक की किराये में छूट नहीं दी थी। इसके अलावा टूर ऑपरेटर्स भी इन कंपनियों के सस्ते किराये से तालमेल बिठाकर आकर्षक पैकेज दे रही हैं। किसी-किसी पैकेज में तो होटल का किराया पूरी तरह से माफ है।
कॉक्स ऐंड किंग्स के कार्यकारी निदेशक अरूप सेन कहते हैं,’अंतरराष्ट्रीय रूटों पर क्षमता में काफी अधिक विस्तार हुआ है। एक समय ऐसा भी था जब भारत से विदेशों के लिए रोजाना केवल 500 सीटें होती थीं और अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 3000 सीटों तक की क्षमता हो गई है। अब सीटों को भरने की कवायद के चलते किराया कम होना लजिमी है।’ अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के ऑफर इस सीजन में लगभग खत्म हो चुके हैं और कंपनिसों को टूर ऑपरेटरों से मुकाबला करना पड़ रहा है।
दरअसल कुछ कंपनियां इस खेल के पैंतरे बदलने पर आमादा हैं। उनमें कैथे पैसिफिक और इसकी सहयोगी ड्रैगन एयर के नाम सबसे पहली सूची में आते हैं। कैथे का ऑफर तो सचमुच होश उडाने वाला है। हांगकांग की इसकी उड़ान की तीन टिकट खरीदने पर चौथा टिकट एकदम मुफ्त में दिया जा रहा है। उसने वापसी उड़ान के किराये में भी कटौती की है।
वैसे तो मुंबई-हांगकांग-मुंबई की उड़ान का किराया 32,000 रुपये है, लेकिन कैथे पैसिफिक इसके लिए केवल 23,330 रुपये ले रही है। ऑफर केवल यहीं पर खत्म नहीं होता, इसमें डिज्नी होटल में दो रात ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ खाने के लिए कूपन भी दिए जा रहे हैं। दरअसल, कंपनी की योजना इस रूट पर 11 अतिरिक्त उड़ान संचालित करने की है। फिलहाल कंपनी सप्ताह में 24 उड़ानें संचालित कर रही है।
देशी कंपनी जेट एयरवेज इस रूट पर कैथे के वर्चस्व को चुनौती देती दिख रही है। कैथे पैसिफिक के भारत, मध्य पूर्व, अफ्रीका और पाकिस्तान के महाप्रबंधक टॉम राइट कहते हैं कि भारतीय परिवारों में अब विदेश में सैर सपाटे का प्रचलन बढ़ रहा है और हम इस तेजी से उभरते हुए इस बाजार में अधिक से अधिक हिस्से पर काबिज होना चाहते हैं।
इसके अलावा जेट एयरवेज मई से शांघाई के रास्ते सैन फ्रांसिस्को की उड़ान शुरू करने की तैयारी कर रही है। जबकि किंगफिशर की बेंगलुरू से सैन फ्रांसिस्को की सीधी उड़ान की लगभग सारी तैयारियां पूरी हैं। अगस्त से एयर इंडिया भी इस रूट पर उड़ान भरने को तैयार है।