लग्जरी कार विनिर्माता बीएमडब्ल्यू को उम्मीद है कि उसकी कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की हिस्सेदारी वर्ष 2025 तक मौजूदा 10 फीसदी से बढ़कर 30 फीसदी से ज्यादा हो जाएगी। भारत के इसके अध्यक्ष विक्रम पावाह ने एक बातचीत में बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी।
पावाह ने कहा ‘मैं साफ तौर पर देख सकता हूं कि हमारे पास उपलब्ध उत्पाद श्रृंखला की वजह से इलेक्ट्रिक कार खंड में वर्ष 2025 तक 30 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी (ऑर्डर बुक में) होगी। यह 30 फीसदी से भी ज्यादा हो सकती है।’
उन्होंने कहा कि 5,500 कारों की मौजूदा ऑर्डर बुक में से 600 ईवी हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि इलेक्ट्रिक कारों की मांग 10 फीसदी से ज्यादा है और मुझे उम्मीद है कि इस साल ही यह हिस्सेदारी बढ़कर 15 फीसदी हो जाएगी। पिछले साल ऑर्डर बुक में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब सात से आठ फीसदी थी। बीएमडब्ल्यू भारत में जो कुल 21 कार मॉडल बेचती है, उनमें से चार ईवी हैं।
पावाह ने यह भी कहा कि डीजल और पेट्रोल पर चलने वाली कारें प्रीमियम खंड में इलेक्ट्रिक कारों के साथ मौजूद रहेंगी। उन्होंने कहा ‘ये प्रौद्योगिकियां हमेशा साथ में मौजूद रहेंगी। पिछले तीन से चार साल में डीजल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी में कमी आई है। अलबत्ता डीजल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी अब भी अच्छी-खासी है।’
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कंपनी की ऑर्डर बुक में डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी क्रमशः 40 फीसदी और 50 फीसदी है। मुझे इनमें से कोई भी तकनीक भारत में हमारे (प्रीमियम) खंड से खत्म होती नहीं दिखती है।
पावाह ने कहा कि चूंकि वैश्विक स्तर पर वाहनों के कलपुर्जों की आपूर्ति में सुधार हो रहा है, इसलिए कंपनी को उम्मीद है कि जून से कारों और दोपहिया वाहनों की प्रतीक्षा अवधि चार से छह महीने से घटाकर तीन महीने कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि ईवी जैसे कुछ उत्पादों में अब भी प्रतीक्षा अवधि ज्यादा रहेगी, लेकिन अन्य उत्पादों तीन महीने की उसी सीमा में रहने चाहिए।
वर्ष 2022 में बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने 11,981 कारें बेचीं, जिसमें 34.95 फीसदी का इजाफा हुआ है तथा 7,282 दोपहिया वाहनों की बिक्री की, जिसमें 40.2 फीसदी का इजाफा हुआ है। वर्तमान में कंपनी के पास 4,500 दोपहिया वाहनों की ऑर्डर बुक है।
उन्होंने कहा कि यह देखना वास्तव में अच्छा है कि हमने दिसंबर और जनवरी के बीच जो सभी आठ वाहन (कार और मोटरसाइकिल) पेश किए थे, उनकी मांग अब भी बनी हुई है। इस आधार पर हम काफी मजबूत वर्ष की उम्मीद कर रहे हैं। यह जर्मन कंपनी भारत में मोटरसाइकिल के 22 मॉडल बेचती है।
पावाह ने कहा कि भारत में मांग मजबूत बनी रहेगी क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था के आधारभूत तत्व और स्थानीय खपत काफी दमदार है।
अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में कंपनी भारत में 13 कारों और तीन मोटरसाइकिलों का उत्पादन करती है।