सोशल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म डीलशेयर (DealShare) ने मंगलवार को कहा कि वह अगले पांच वर्षों में अपने निजी लेबल सहित छोटे और मध्यम भारतीय ब्रांडों में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने कहा कि वह छह राज्यों: राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में निवेश करेगी।
कंपनी के संस्थापक और सह-सीईओ सौर्येंदु मेद्दा ने कहा कि डीलशेयर भारत में छोटे व्यवसायों की मदद करता है। वे छोटे व्यवसायों की ग्रोथ को सपोर्ट करने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं। उनका नई कोशिश स्थानीय छोटे व्यवसायों द्वारा बनाए गए भारतीय ब्रांडों और प्रोडक्ट का विस्तार करना है।
डीलशेयर का ई-कॉमर्स पोर्टफोलियो 500 से ज्यादा घरेलू ब्रांडों से सामान और प्रोडक्ट प्राप्त करता है, जो इसकी ऑफरिंग का लगभग 70 प्रतिशत है।
कंपनी छोटे और मध्यम ब्रांडों को देश भर में लोकप्रिय होने में मदद करना चाहती है। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रोडक्ट अच्छी क्वालिटी के बने हों और रोजगार के अवसर भी पैदा हों। इन व्यवसायों को कंपनी के रिसोर्सेज, टेक्नॉलजी स्किल और कई ग्राहकों से समर्थन मिलेगा।
कंपनी अपने ब्रांडों में भी निवेश करके उनकी मदद करेगी। ये ब्रांड अपने सभी प्रोडक्ट छोटे व्यवसायों से प्राप्त करते हैं। डीलशेयर अपने समग्र कारोबार में इन ब्रांडों का योगदान बढ़ाना चाहता है। अभी, यह 10% है, लेकिन वे अगले 2-3 सालों में इसे 30% करना चाहते हैं। इससे ग्राहकों को किराने का सामान, व्यक्तिगत देखभाल और होमकेयर जैसी विभिन्न श्रेणियों में ज्यादा विकल्प मिलेंगे।
कंपनी उनके पास पहले से मौजूद प्रोडक्ट में और ज्यादा ब्रांड और प्रोडक्ट जोड़ना चाहती है। अभी, उनके पास 16 विभिन्न श्रेणियों में आठ ब्रांड हैं। वे विस्तार करना चाहते हैं और ग्राहकों को और भी ज्यादा प्रकार के प्रोडक्ट ऑफर करना चाहते हैं।