‘श्रीमान जी’ की जेब में सेंध लगाती महंगाई की ऊंची दर का खामियाजा अब ‘श्रीमती जी’ को भी भुगतना पड़ेगा क्योंकि जल्द ही उनकी रसोई और ड्रेसिंग टेबल पर भी डाका पड़ने जा रहा है।
मुद्रास्फीति के आंकड़ों और उत्पादन लागत में लगातार इजाफे की आशंका के बीच एफएमसीजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने की योजना बना रही हैं। दरअसल महंगाई की मार और उड़ान भरते लागत खर्च से नामी एफएमसीजी कंपनियां इतनी परेशान हो चुकी हैं कि अगले कुछ हफ्तों में ही वे अपने उत्पादों की कीमत बढ़ाने का संकेत दे रही हैं।
यानी जैम, चटनी, अचार से लेकर क्रीम, साबुन और शैंपू तक सभी उत्पाद कुछ और महंगे होने जा रहे हैं। दीगर है कि इसी साल मार्च-अप्रैल के महीनों में इन उत्पादों की कीमतों में इजाफे का एक दौर दिखा था, लेकिन कंपनियां दोबारा कीमत बढ़ाने पर मजबूर हो गई हैं। घरेलू एफएमसीजी बाजार की दिग्गज खिलाड़ी डाबर इंडिया लिमिटेड कुछ दिनों में ही अपने उत्पादों के मूल्य 2 से 5 फीसद बढ़ा सकती है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी (कंज्यूमर केयर) वी एस सीताराम ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हाल ही में हमने हेयर केयर उत्पादों और टूथपेस्ट के दामों में लगभग 5 फीसद की बढ़ोतरी की है। लेकिन लागत में बढ़ोतरी की वजह से जल्द ही इनकी कीमतें और बढ़ाई जा सकती हैं।’ लेकिन उन्होंने कहा कि लागत से निपटने के लिए कंपनी उत्पादों की पैकिंग मात्रा में कोई कटौती नहीं करेगी। इसी मैदान की एक और बड़ी खिलाड़ी नेस्ले इंडिया ने कीमत बढ़ाने के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इस बारे में किसी तरह का फैसला अभी नहीं किया गया है। लेकिन कंपनी के सूत्रों ने बताया कि महंगाई ने उसके मार्जिन पर भी गहरी चोट करनी शुरू कर दी है। जिस रफ्तार से महंगाई का पारा ऊपर चढ़ रहा है, उससे कंपनी को जल्द ही उपभोक्ताओं पर भारी पड़ने वाला फैसला लेना पड़ सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महंगाई का ऊंट आगे किस करवट बैठता है, इस पर भी मूल्य वृद्धि का फैसला निर्भर करेगा।
हिंदुस्तान यूनिलीवर के प्रवक्ता ने इस संबंध में भेजे ई मेल का जवाब नहीं दिया। लेकिन फोन पर उन्होंने कहा कि कंपनी का यह नीतिगत मसला है, इसलिए इस पर सीधे कुछ नहीं कहा जा सकता। बहरहाल, बाजार के सूत्रों की मानें, तो दूसरी एफएमसीजी कंपनियों की तरह एचयूएल भी महंगाई की तपिश को ज्यादा समय तक नहीं झेल सकती और अगर मुद्रास्फीति की दर ऐसे ही बढ़ती रही, तो उसे भी जल्द ही दाम बढ़ाने का ऐलान करना पड़ेगा।
हालांकि महंगाई की चिलचिलाती गर्मी में उपभोक्ताओं को एफएमसीजी का ही एक वर्ग ठंडक पहुंचाने का काम कर रहा है। शीतल पेय बनाने वाली प्रमुख कंपनी कोका कोला इंडिया पर लागत की मार काफी कम पड़ी है यानी गर्मियों में गला तर करना आपके लिए आसान रहेगा।
कोका कोला इंडिया के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि महंगाई की टीस तो समूचे उद्योग जगत को साल रही है। लेकिन शीतल पेय कंपनियों के लागत खर्च में बमुश्किल 0.2 फीसद का ही इजाफा हुआ है। ऐसे में बाकी शीतल पेय कंपनियां कुछ भी करें, कोका कोला तो अभी दाम नहीं बढ़ाएगी।