नैसडैक में सूचीबद्ध सूचना-प्रौद्योगिकी (IT) कंपनी कॉग्निजैंट (Cognizant) कारोबारी सुस्ती के बीच अपने परिचालन ढांचे में बदलाव करेगी। कंपनी को इसके लिए 40 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। कंपनी ने ‘नेक्स्टजेन’ कार्यक्रम (NextGen program) की शुरुआत की है जिसका मकसद परिचालन ढांचा सरल बनाना, कंपनी से संबंधित कार्यों में अनुकूलता लाना और दफ़्तरों में परिस्थितियों के अनुसार बदलाव करना है।
कंपनी ‘नेक्स्टजेन’ कार्यक्रम के तहत 2025 तक दफ्तरों का किराया 2022 की तुलना में हर साल 10 करोड़ डॉलर तक कम करेगी। कॉग्निजैंट के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) रवि कुमार एस ने कहा, ‘रियल एस्टेट पर आने वाली हमारी लागत में संरचनात्मक बदलाव से हम बैठने की जगह 80,000 सीट तक घटाएंगे और भारत में बड़े शहरों में 1.1 करोड़ वर्ग फुट जगह की जरूरत नहीं रह जाएगी। इस बदलाव के बाद हम छोटे शहरों में साझा कार्यालय बनाने में निवेश करेंगे। इससे भविष्य के लिए हमें बचत करने में भी मदद मिलेगी, जिनका इस्तेमाल हम अपने कर्मचारियों एवं कारोबारी संभावनाओं पर कर पाएंगे। ‘
उन्होंने कहा कि कंपनी को दफ्तरों में थोड़े बदलाव करने होंगे। कुमार ने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि हम दफ्तर और घर दोनों जगहों से काम करने के दौर में प्रवेश कर रहे हैं। खासकर भारत में छोटे शहरों में उपस्थिति बढ़ाना हमारे लिए कारोबार के लिहाज से महत्त्वपूर्ण होगा। बड़ी संख्या में हमारे कर्मचारी छोटे शहरों में चले गए हैं और ऐसा लगता है कि आने वाले समय में वे वहीं से काम करेंगे।’ कोयंबत्तूर, कोच्चि और मंगलूरु जैसे मझोले शहरों में कॉग्निजैंट के कार्यालय हैं।
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कंपनी नेक्स्टजेन के तहत अगले दो वर्षों में 3,500 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी कर्मचारियों की संख्या को उचित स्तर पर लाएगी।
कंपनी ने आशंका जताई है कि 2023 में उसके राजस्व में कमी आएगी क्योंकि उपभोक्ता उन खर्चों में कमी कर रहे हैं, जिनके बिना भी उनका काम चल सकता है। कॉग्निजैंट ने यह भी कहा कि दुनिया के प्रमुख बाजारों में कारोबार की गति धीमी पड़ रही है। कंपनी छंटनी से बचने वाले खर्च का इस्तेमाल कर्मचारियों की उपयोगिता सुधारने में करेगी।
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कॉग्निजैंट का कारोबारी साल जनवरी से दिसंबर तक चलता है। 2023 की पहली तिमाही में कंपनी के नतीजे विश्लेषकों के अनुमान से बेहतर रहे। पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा जनवरी-मार्च 2022 से 3 प्रतिशत बढ़कर 58 करोड़ डॉलर हो गया। मगर परिचालन से प्राप्त राजस्व 0.3 प्रतिशत कम होकर 4.81 अरब डॉलर रह गया। स्थिर मुद्रा दर (constant currency) पर कंपनी का राजस्व 4.71 से 4.76 अरब डॉलर के उसके अनुमान की तुलना में 1.5 प्रतिशत बढ़ गया। अक्टूबर-दिसंबर 2022 के मुकाबले कंपनी के मुनाफे में 11.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।