कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने इस दौरान 287.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 258.88 करोड़ रुपये की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही, कंपनी का परिचालन रेवेन्यू 36.6 प्रतिशत बढ़कर 1,757.65 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में यह 1,286.04 करोड़ रुपये था। कंपनी ने अपने मजबूत वित्तीय नतीजों के साथ शेयरधारकों को डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है।
हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन इस तिमाही में 29 प्रतिशत से घटकर 23 प्रतिशत रह गया। शिपबिल्डिंग रेवेन्यू में 6.5 प्रतिशत की कमी आई और यह 985.15 करोड़ रुपये से घटकर 921.23 करोड़ रुपये रहा। दूसरी ओर, शिप रिपेयर रेवेन्यू में 178 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई, जो 300.89 करोड़ रुपये से बढ़कर 836.41 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2.25 रुपये प्रति शेयर (45% )का अंतिम डिविडेंड देने की सिफारिश की है। यह डिविडेंड 5 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयर पर दिया जाएगा। इससे पहले, कंपनी ने 6 फरवरी 2025 को 3.50 रुपये और 7 नवंबर 2024 को 4.00 रुपये प्रति शेयर के दो अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किए थे। इसके अलावा, कोचीन शिपयार्ड ने इस वित्त वर्ष में दो बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा किया। इनमें 793.44 करोड़ रुपये की लागत से “इंटरनेशनल शिप रिपेयर फैसिलिटी” और 1,319.39 करोड़ रुपये की लागत से “न्यू ड्राई डॉक” शामिल हैं। ये प्रोजेक्ट्स कंपनी की क्षमता को और मजबूत करेंगे।
कंपनी ने एक सरकारी कस्टमर के साथ दो जहाज बनाने को लेकर हुए कॉन्ट्रैक्ट की भी जानकारी दी। इस कॉन्ट्रैक्ट की डिलीवरी तारीखें पहले ही खत्म हो चुकी हैं। कस्टमर के अनुरोध पर एक जहाज को अन्य खरीदारों के लिए पुन: आवंटित करने के कारण प्रगति धीमी है। कंपनी ने 29 अप्रैल 2023 और 30 अक्टूबर 2023 तक की देरी के लिए पेनल्टी अमाउंट का प्रावधान किया है, लेकिन उसके बाद का कोई अतिरिक्त दंड पेनल्टी जोड़ा गया।