गर्मी जल्दी आने और औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की मांग में उछाल के बीच सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने मंगलवार को कहा कि वह बिजली क्षेत्र की कोयला मांग को पूरा करने के लिए तैयार है।
कोयला उत्पादक कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में ऊर्जा क्षेत्र को 15.6 करोड़ टन कोयला आपूर्ति करने की उम्मीद जताई है। यह 2023-24 में क्षेत्र के लिए संशोधित वार्षिक आपूर्ति लक्ष्य 61 करोड़ टन का 25.6 फीसदी होगा।
कोल इंडिया ने कहा, ‘कोयले की मांग बढ़ने के बीच कंपनी को अगले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 15.6 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की उम्मीद है।’ घरेलू कोयला उत्पादन में 80 फीसदी का योगदान देने वाली वाली CIL बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले की प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
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कोल इंडिया के पक्ष में एक बात यह भी है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक कोयला खदानों के मुहाने पर भंडार 6.8 करोड़ टन होने की उम्मीद है, जो सोमवार तक 5.73 करोड़ टन था। इसके साथ ही, महारत्न कंपनी उत्पादन की गति को बनाए रखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक अपने उत्पादन को 70 करोड़ टन पर ले जाने के रास्ते पर है।