देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 20 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के साथ 8,734.17 करोड़ रुपये का सम्मिलित शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) दर्ज किया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का लाभ 10,943.55 करोड़ रुपये था।
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय घटकर 37,458.05 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 39,388.47 करोड़ रुपये थी। बिक्री भी घटकर 31,880.43 करोड़ रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले यह 33,170.13 करोड़ रुपये थी। वहीं, कंपनी का कुल खर्च 25,893.12 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 25,326.66 करोड़ रुपये था।
डिविडेंड की घोषणा:
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ₹10 अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर ₹5.50 का अंतरिम डिविडेंड मंजूर किया है।
डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट बुधवार, 6 अगस्त 2025 तय की गई है। पात्र शेयरधारकों को डिविडेंड का भुगतान 30 अगस्त 2025 तक किया जाएगा।
यह गिरावट मुख्य रूप से बिक्री में कमी और खर्च में मामूली वृद्धि के कारण आई है। कंपनी ने भरोसा जताया है कि आगे संचालन और बिक्री में सुधार के प्रयास किए जाएंगे।
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