भारत स्टील मेकिंग कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) और कनाडा की टेक रिसोर्सेज (Teck Resources ) के साथ साझेदारी की चर्चा चल रही है। JSW Steel के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जयंत आचार्य ने सोमवार को रॉयटर्स को बताया कि JSW की अपनी कोकिंग कोल यूनिट में संभावित हिस्सेदारी खरीदने के लिए टेक रिसोर्सेज के साथ चर्चा से ‘कुछ भी ठोस नहीं’ निकला है।
गौरतलब है कि पिछले महीने रॉयटर्स ने बताया था कि कि कैपेसिटी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी स्टील मेकर JSW Steel ने भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद के कारण टेक रिसोर्सेज में हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया धीमी कर दी थी।
आचार्य ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘टेक के साथ समझौते पर कुछ भी ठोस नहीं है। हम रणनीतिक संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं जिनमें टेक भी एक है।’
Teck ने भी इस मुद्दे पर कोई विशेष बयान नहीं दिया और कहा कि वह स्टीलमेकिंग कोयला बिजनेस के संबंध में कई कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है।
जून में ब्रिटिश कोलंबिया के कनाडाई प्रांत में एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या के बाद भारत और कनाडा ने एक-दूसरे के राजनयिकों (diplomats) को निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध खराब हो गए।
आचार्य ने कहा कि राजनयिक विवाद का बिजनेस डिसीजन पर असर नहीं पड़ना चाहिए, साझेदारी को लेकर अभी तलाश जारी है, स्थितियों के हिसाब से डील की जाएगी।
आचार्य ने संकेत दिया कि कंपनी ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में विदेशी कोयला संपत्ति की तलाश कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले डेढ़ महीने में स्टील बनाने में इस्तेमाल होने वाले कोकिंग कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी अक्टूबर-दिसंबर के दौरान लागत को प्रभावित करेगी। और यह स्थिति तब तक बरकरार रहेगी जब तक कि कीमतों में कमी नहीं आती।
मजबूत घरेलू मांग और कम इनपुट लागत के कारण स्टील मेकर यानी JSW ने पिछले सप्ताह दूसरी तिमाही में मुनाफा दर्ज किया।
बता दें कि JSW स्टील ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और रूस से कुछ ग्रेड का कोकिंग कोयला आयात करती है।
आचार्य ने कहा कि कंपनी मजबूत मांग के कारण लोकल मार्केट में बिक्री पर फोकस करना जारी रखेगी। उन्होंने आगे कहा, ‘हम निर्यात नहीं कर रहे हैं क्योंकि घरेलू मांग बहुत मजबूत है।’ निर्यात कुल बिक्री के 10-15% के दायरे में होने की संभावना है।
बता दें कि JSW Group की कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 की सितंबर तिमाही में 2,773 करोड़ रुपये का शानदार मुनाफा कमाया है। कंपनी को इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 905 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी का कुल रेवेन्यू 30 सितंबर, 2023-24 को समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत बढ़कर 44,584 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी का कुल रेवेन्यू 41,778 करोड़ रुपये था।