दुनिया में सबसे ज्यादा 16.5 अरब डॉलर वाली मूल्यांकन वाली शिक्षा प्रौद्योगिकी (एडटेक) कंपनी बैजूसस अमेरिका की कंपनी टिंकर का अधिग्रहण करने जा रही है जो एक प्रमुख के-13 क्रिएटिव कोडिंग मंच है। इस अधिग्रहण के साथ ही इस साल यह बैजूस की आठवीं प्रमुख खरीदारी होगी।
इस अधिग्रहण के जरिये बेंगलूरु की कंपनी बैजूस को अमेरिका के बाजार में अपना विस्तार करने में मदद मिलेगी। हालांकि, कंपनियों ने लेनदेन के मूल्य का खुलासा नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, बैजूस अधिग्रहण पर करीब 20 करोड़ डॉलर खर्च कर रही है।
इस अधिग्रहण से टिंकर विश्व स्तर पर और अधिक बच्चों, शिक्षकों, स्कूलों और कोडिंग कैंप में अपने रचनात्मक कोडिंग मंच को पेश करने में सक्षम होगी। टिंकर के क्रिएटिव कोडिंग मंच का इस्तेमाल 150 देशों में 6 करोड़ से अधिक बच्चों और करीब एक लाख स्कूलों द्वारा किया गया है।
बैजूस के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बैजूस रवींद्रन ने कहा, ‘टिंकर के साथ जुडऩे से कोडिंग के माध्यम से लाखों छात्रों की कल्पनाशीलता बढ़ेगी। हमारा लक्ष्य दुनिया भर में बच्चों में प्रोग्रामिंग के प्रति दिलचस्पी पैदा करना है और हमें ऐसा लगता है कि टिंकर का रचनात्मक कोडिंग मंच और प्रोग्रामिंग को रोचक बनाने की कोशिश के जरिये बच्चों में इसको लेकर सहजता आएगी और वे तेजी से इस पर काम कर सकेंगे।’
टिंकर के सह-संस्थापक कृष्णा वेदांती, श्रीनिवास मांडयम और केल्विन चॉन्ग अपनी भूमिका में बने रहेंगे। वे कंप्यूटर विज्ञान, प्रोग्रामिंग, और विचार कौशल की एक ठोस नींव हर बच्चे को उपलब्ध कराने के टिंकर के अभियान को जारी रखेंगे। तीनों सह-संस्थापक खुद भी अभिभावक हैं और उन्होंने टिंकर की शुरुआत एक ऐसा मंच बनाने के लिए की जो बच्चों को कंप्यूटर विज्ञान से आकर्षक तरीके से रूबरू कराने के लिए उचित उपकरण मुहैया कराए। 2013 में अपनी स्थापना के बाद से, टिंकर ने बच्चों को 7 अरब से अधिक कोड लाइनें बनाने में मदद की है।