मशहूर एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी Byju’s के संस्थापक बायजूस रविंद्रन (Byju Raveendran) ने कहा है कि कंपनी अब एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसे उन्होंने Byju’s 3.0 का नाम दिया है। ANI के पॉडकास्ट में स्मिता प्रकाश से बात करते हुए उन्होंने बताया कि यह नया फेज AI आधारित पर्सनलाइज्ड लर्निंग और शिक्षा को मिशन की तरह आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगा। मौजूदा संकटों के बीच उन्होंने भरोसा जताया कि यह बदलाव कंपनी के पुनर्निर्माण की ओर एक अहम कदम होगा।
रविंद्रन ने बताया कि भले ही कंपनी इस समय भारत में दिवालिया प्रक्रिया और विदेशों में कानूनी मामलों का सामना कर रही है, लेकिन कंपनी की कोर टीम अब भी चुपचाप बैकग्राउंड में प्रोडक्ट डेवेलपमेंट पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “यह मेरे जीवन का कार्य है। इस बार हम और ज़्यादा स्पष्टता के साथ फिर से निर्माण कर रहे हैं।”
Byju’s के संस्थापक ने बताया कि कंपनी अब जनरेटिव AI की मदद से हर छात्र के लिए एक व्यक्तिगत ट्यूटर तैयार करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया जो शिक्षकों की जगह लिए बिना मार्गदर्शन को बड़े स्तर पर पहुंचाने में मदद करेगी। रविंद्रन ने कहा, “हम ये सब उस समय से कर रहे हैं जब जनरेटिव AI आम नहीं हुआ था,” और 2021 में बनाए गए Learn Station डिवाइस का उदाहरण दिया।
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2024 में शेयरहोल्डर्स द्वारा CEO पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने पहली बार खुलकर लीडरशिप और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने फंड के दुरुपयोग के सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि 2021 में लिए गए 1.2 बिलियन डॉलर के अमेरिकी टर्म लोन का पूरा उपयोग व्यापार को बढ़ाने में किया गया।
उन्होंने कुछ कर्जदाताओं को “वल्चर लेंडर्स” कहा और आरोप लगाया कि कंपनी पर कब्ज़ा करने के लिए एक झूठा नैरेटिव खड़ा किया गया, जिससे अदालत की कार्यवाही को भी प्रभावित किया गया।
BYJU’S के फाउंडर रवीन्द्रन बोले – “गलतियां हुई थीं, लेकिन उन्हें सुधारा गया”
BYJU’S के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन ने कंपनी की आक्रामक सेल्स रणनीतियों को लेकर हो रही आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने माना कि कुछ स्तर पर गलतियां हुई थीं, लेकिन कंपनी की सोच ऐसी नहीं रही है।
उन्होंने कहा, “हमने हमेशा पढ़ाई से प्यार बेचा है। हजारों सेल्सपर्सन्स में से कुछ सौ ने गलतियां की थीं, लेकिन हमने उन्हें समय पर ठीक किया।” रवीन्द्रन ने यह भी कहा, “मैं कभी ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं बेचूंगा जो मैं अपने बेटे को नहीं दूं। मेरे बेटे ने WhiteHat Junior के ज़रिए मैथ और कोडिंग की बेसिक समझ सीखी है।”
“हम तब तक हार नहीं मानेंगे जब तक जीत नहीं होती”
कभी भारत की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी रही BYJU’S अब वित्तीय, कानूनी और रेगुलेटरी समस्याओं से जूझ रही है। लेकिन इन सबके बीच रवीन्द्रन ने हार मानने से इनकार कर दिया है।
उन्होंने कहा, “हम मीडिया की लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं। सामने बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं। लेकिन हम हार नहीं मानेंगे। आप किसी ऐसे इंसान को कैसे हरा सकते हैं जो कभी हार नहीं मानता?”
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BYJU’S 3.0: नया मॉडल, वही मिशन – अब पढ़ाई होगी एआई के साथ
BYJU’S के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने BYJU’S 3.0 की घोषणा की है, जिसमें इस बार फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर होगा। उन्होंने कहा कि मिशन वही रहेगा – छात्रों के लिए पढ़ाई को आसान और दिलचस्प बनाना।
रवींद्रन ने बताया कि AI शिक्षकों की जगह नहीं लेगा, बल्कि उन्हें और सक्षम बनाएगा। “अब ऐसा मौका है कि सेवा वाले हिस्से को भी प्रोडक्ट की तरह बनाया जा सके – हर छात्र के लिए एक पर्सनल ट्यूटर जैसा अनुभव संभव हो सकता है,” उन्होंने कहा।
उनका दावा है कि आज BYJU’S के प्लेटफॉर्म्स पर 250 मिलियन से ज़्यादा विद्यार्थी सक्रिय हैं – जो दो साल पहले से भी ज्यादा है। “यह संख्या किसी भी अन्य की तुलना में पाँच गुना ज़्यादा है – अगर उन्हें प्रतिस्पर्धी कहा भी जाए,” रवींद्रन ने जोड़ा।
BYJU’S की शुरुआत 2011 में हुई थी और महामारी के दौरान यह काफी तेज़ी से बढ़ा, जब लाखों छात्रों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की। लेकिन जैसे इसकी ऊँचाई तेज़ रही, वैसे ही गिरावट भी अचानक आई। इससे स्केल-फर्स्ट एजटेक मॉडल्स की स्थिरता पर सवाल उठे।
फिर भी रवींद्रन को भरोसा है कि BYJU’S 3.0 एक नई शुरुआत करेगा – कम संसाधनों के साथ, ज़्यादा तकनीक के दम पर, और छात्रों से किया गया वादा निभाते हुए।